रियो डी जेनेरियो। ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में चल रहे पैरालंपिक 2016 से भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। रियो ओलंपिक की नाकामी को पीछे छोड़ते हुए पैरा खिलाड़ियों ने देश के नाम को रोशन कर ओलंपिक के दुख को थोड़ा कम किया है। भारत की दीपा मलिक ने महिलाओं की शॉट पुट इंवेट में रजत पदक पर कब्जा किया है। इससे पहले भारत को एक गोल्ड और कांन्य पदक मिल चुका है। भारत के लिए कारनामा उ मरियप्पन थांगावेलू और वरुण भाटी ने किया। वही दीपा मलिक के रजत पदक जीत भारत के पैरालंपिक में पदक की संख्य़ा को तीन कर दिया है। पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार खेल से पूरे देश में जश्न का माहौल है।
36 वर्षीय दीपा मलिक ने 4.61 स्कोर रहा और वो दूसरे स्थान पर रहीं। पहले स्थान पर फातिमा नेधाम रहीं जिनका स्कोर 4.76 था। दिमित्रा कोरोकिदा ने 4.28 का स्कोर बनाकर कांन्य पदक हासिल किया।दीपा मलिक केवल सिर्फ शॉटपुट ही नही बल्कि जैवलीन थ्रो, तैराकी और मोटर रेस की भी खिलाड़ी है। बता दे कि दीपा के शरीर का निचला हिस्सा सुन्न है लेकिन शरीर की इस कमजोरी को उन्होंने असल जिन्दगी में ताकत बना कर विश्व में दिखाया। दीपा की मेहनत के आगे उनकी कमजोरी की एक ना चली। उनकी तमाम कामयाबी के लिए भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित भी किया है।