नई दिल्ली। उरी हमले के बाद से कभी भारत से तो कभी पाकिस्तान से एक दूसरे के विषय में कुछ ना कुछ खबर आ रही है। हमले के बाद से भारत के कुछ संगठनों ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने की धमकी थी है। इसके साथ ही राज ठाकरे की पार्टी एमएनसी के नेताओं ने कहा कि पाकिस्तानी कलाकर जल्द भारत छोड़ दे नही तो अंजाम बुरा होगा। उसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई निर्देशक पाकिस्तानी कलाकरों को काम देगा तो उसकी भी पिटाई की जाएगी। इसी को देखते हुए पाकिस्तान की लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि जब तक कश्मीर मुद्दा नही सुलझता तक पाकिस्तान में भारतीय बॉलीवुड फिल्मों के दिखाने पर बैन लगाने की मांग की गई है। याचिका में अधिवक्ता अजहर सादिक ने कहा कि उरी हमले के बाद भारत पाकिस्तान पर लगातार आरोप लगा रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान के कलाकारों को भी धमकिया मिल रही है। पाकिस्तान सरकार को इस मुद्दे पर उतरकर भारत को मुहतोड़ जवाब देना चाहिए। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि भारतीय फिल्में पाकिस्तानी विरोधी होती है फिर भी हमारे देश में दिखाई जाती है। भारतीय सेना कश्मीर में अत्याचार करती है और आरोप पाकिस्तान पर उमड़ देती है इससे न सिर्फ कश्मीरी बल्कि पाकिस्तानी लोगों की भावनाएं भी आहत हो रही हैं। इसके साथ याचिका में कहा गया है कि भारतीय फिल्म पाकिस्तान की कश्मीर नीति के खिलाफ और कश्मीरियों के स्वतंत्रता आंदोलन को बाधित भी करती है। बता दें कि अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई की तारीख अगले सप्ताह तय करेगी।