नई दिल्ली। आतंकवाद के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेद रोजाना बढ़ रहे है। इसके साथ ही इस कारण दोनों देशों के क्रिकेट फैंस को निराशा होती है क्योकि राजनीनिक पेंच खेल को भी अपना हिस्सा बना लेती है। एक तरफ उरी हमले के बाद पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ है वही पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान मिस्बाह उल हक ने एक बड़ा बया दिया है। उन्होंने कहा कि वो संन्यास से पहले भारत के खिलाफ खेलना चाहते है। मिस्बाह ने कहा कि क्रिकेट छोड़ने से पहले मैं भारत के खिलाफ खेलने का लुफ्त उठाना चाहता हूं। दोनों देश में क्रिकेट को धर्म की तरह पूजा जाता है और हम एक दूसरे के खिलाफ खेलते है क्रिकेट में एक अलग ही उत्साह और रोचकता होती है। भारत के खिलाफ हमने बीच-बीच में वनडे और टी-20 मुकाबले खेले है लेकिन लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट ना खेल पाने का मलाल मुझे रहता है। मैने वनडे क्रिकेट छोड़ दिया तो मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास से पहले भारत के खिलाफ खेलना चाहता हूं। मिस्बाह ने लाहौर में पत्रकारों से कहा कि दोनों देशों के क्रिकेट प्रशंसकों में क्रिकेट के प्रति प्यार और जुनून को देखकर लगता है कि भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे के खिलाफ खेलना चाहिए उससे क्रिकेट का ही भला होगा।
बता दे कि 2008 मुंबई हमले के बाद से ही दोनो ही देशों ने एक दूसरे के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज नही खेली है। आखिरी बार दोनों के बीच 2007 में टेस्ट सीरीज भारत में खेली गई। भारत ने सीरीज 1-0 से जीती थी । हालांकि 2012-2013 में पाकिस्तान ने भारत आकार टी-20 और वनडे सीरीज खेली थी।