रियो डी जनीरो। रियो ओलंपिक में भारत को सिल्वर मेडल दिलाकर इतिहास रचने वाली सिंधू के गुरू पुलेला गोपीचंद ने उनके अभ्यास से जुड़े कई राज का खुलासा किया है। उन्होंने इस बात को साबित किया है कि कुछ पाने के लिए आपका ध्यान एक जगह पर होना चाहिए । इसी विषय में उन्होंने बताया कि उन्होंने सिंधू का फोन 3 महीने पहले ले लिया था ताकि उनका ध्यान ना भटके।उन्होंने कहा कि अब हमारा मिशन पदक पूरा हो गया है तो मैं उसे मोबाइल वापस कर दूंगा। उन्होंने माजकिया ढंग में कहा कि उसे फोन के लिए थोड़ा सा इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि मैं मोबाइल चार्ज करने के बाद उसे दे दूंगा।
सिंधू के कोच ने यह कहा कि सिंधू की फ़िटनेस बनी रहे इसके लिए वह उसकी प्लेट से खाना कम कर देते थे। आपको बता दें कि गोपीचंद की अकैडमी में ब्रेड और शुगर को पूरी तरह से बैन है। रियो जाने वाले खिलाड़ियों के साथ वह भी प्रैक्टिस कर सकें, इसलिए गोपीचंद भी 8 महीने से कार्बोहाइड्रेट बढ़ाने वाले खानों से सिंधू को दूर कर रखा था। गोपीचंद ने सिंधू पर चॉकलेट और हैदराबादी बिरयानी खाने पर भी पाबंदी लगा रखी थी।
सिंधू के पिता ने कहा, भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी
ओलंपिक में रजत पदक विजेता पीवी सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि उनकी बेटी अपनी गलतियों से सीखेगी और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी। पुलेला गोपीचंद अकादमी में सिंधु का मैच देखने के बाद रमन्ना ने पत्रकारों से कहा कि कैरोलिना मारिन ने शानदार खेल दिखाया और वह खिताब की हकदार थी। उन्होंने कोच पुलेला गोपीचंद की तारीफ करते हुए कहा कि उनके सिंधू की कामयबी के पीछे अपने गुरू की भी मेहनत छिपी है।
मैच शुरू होने से पहले रमन्ना ने कहा था कि फाइनल में सिंधू के जीतने की संभावना 50-50 है। ओलंपिक फाइनल तक सिंधु ने दुनिया नंबर एक खिलाड़ी मारिन को टक्कर तो दी लेकिन नंबर उनके बनाए दबाव के आगे टूट गई और उन्हें य पहला गेम जीतने के बावजूद 21-19, 12-21, 15-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। सिंधू भारत के लिए ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पांचवीं महिला और रजत जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी हैं।