नैनीताल: वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डी सैंथिल पांडियन ने आज कुमाऊं कमिश्नर का कार्यभार ग्रहण किया। इसके तुरन्त बाद विभागीय मण्डलीय अधिकारियों के साथ उनके द्वारा मण्डल में किये जा रहे विकास कार्य और निर्माण कार्यों की जानकारी ली। पांडियन कुमाऊं के 39वें अधिकारी है। पांडियन ने अधिकारियों से कहा कि बदलते दौर में अधिकारी कार्योलयों में बैठना छोडना होगा और अधिकतम समय अपने-अपने क्षेत्रों में जाना होगा। उन्होनें कहा कि सरकार द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनका सीधा सम्बन्ध जनता से है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों को दो तरफा संवाद अवश्य कायम होना चाहिए, जिससे क्षेत्र की समस्याओं का समाधान जल्दी से मिल सके। मण्डलायुक्त पांडियन ने कहा कि आज का दौर जनहित के लिए कार्य करने का है। जनमानस और जनप्रतिनिधियों के सुझाव के अनुसार सरकार योजनाएं तैयार करती है। इन योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम अधिकारियों को नई रणनीति के साथ करना होगा। उन्होंने अपनी मंसा स्पष्ट करते हुए कहा कि वे स्वयं कुमाउं मण्डल के विभिन्न जनपदों के दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर विकास कार्यों के साथ ही शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाओं को जायजा लेंगे। उन्होनें अधिकारियों से कहा कि वे अपने मोबाइल हर वक्त खुले रखें।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान आयुक्त, निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य कुमाऊं डा0 गीता शर्मा के जवाबों से कतई संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा कि आंकडे जो प्रस्तुत किये जाए, उसमें विश्वसनीयता होनी चाहिए। गलत आंकडे प्रस्तुत कर भ्रमित न करें। उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य एवं स्थानीय निकाय को संयुक्त रूप से मलिन बस्तियों एवं अन्य जगहों में जाकर अभियान चलाकर यह देखना होगा कि कहीं कोई जल भराव न हो। इस काम में कोई विभाग अपनी जिम्मेदारी से विमुख न हो। उन्होनें कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए प्रदेश सरकार लगभग 02 करोड प्रतिमाह खर्च करती है, बावजूद इसके आपसी समन्वय न होने के कारण लाभ मिलता दिख नही रहा है। इसके साथ ही कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाये गये हैं। उन्होंने निदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिये कि मण्डल के सभी विद्यालयों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण का रोस्टर तैयार कर लागू किया जाये। विद्यालय में आयरन, जिंक टैबलेट के साथ ही आवश्यकता अनुसार ओआरएस घोल के पैकेट आवश्यकतानुसार स्कूलों तथा आंगनबाडी केन्द्रों में वितरित किये जाए।
बैठक में अपर आयुक्त संजय कुमार, सचिव झील विकास प्राधिकरण श्रीष कुमार, मुख्य अभियन्ता लोनिवि बीसी बिनवाल, सिंचाई डीसी सिंह, विद्युत डीसी गुररानी, अधीक्षण अभियन्ता योगेश कुमार, जेसी विश्वकर्मा, आरटीओ एसके सिंह, परियोजना अधिकारी उरेडा संदीप भट्ट, उप निदेशक पर्यटन जेसी बेरी, अर्थ संख्या राजेन्द्र तिवारी के अलावा बडी संख्या में मण्डलीय अधिकारी मौजूद थे।