हल्द्वानी: दिवाली व अन्य त्योहारों के खत्म होने के बाद लोग अपनी ड्यूटी पर लौटने लगे हैं। हर साल की तरह हल्द्वानी व अन्य इलाकों में लोग त्योहार मनाने के बाद घर को लौटे और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। इस परेशानी को वीकेंड ने बढ़ा दिया। हल्द्वानी से दिल्ली, देहरादून, लखनऊ व अन्य स्थानों को जाने वाले बसें पैक रही। सीट पाने के लोगों खिड़की से चढ़ते नजर आए। कुमाऊं के कई स्टेशनों में बस ना मिलने पर यात्रियों ने हंगामा भी किया।
रामनगर डिपो दिल्ली के लिए रोजाना 17 बसों का संचालन होता है लेकिन रविवार को यात्रियों की अधिक होने के वजह से बसें कम पड़ गई। शहरों के जाने वाले लोगों को बस नहीं मिली तो उन्होंने हंगामा करने शुरू कर दिया। स्टेशन प्रभारी का घेराव किया गया और फिर मुरादाबाद से तीन बसें मंगाईं, जिन्हें दिल्ली भेजा गया। स्टेशन प्रभारी ने जानकारी दी कि काशीपुर डिपो की पांच बसें रामनगर से दिल्ली जाती हैं, जबकि रविवार को नौ बसें भेजी गईं। इसी तरह देहरादून रोजाना चार बसें जाती हैं पर रविवार को छह बसें दून भेजी गईं।
बात हल्द्वानी की करें तो सुबह से ही रोडवेज स्टेशन में भीड़ नजर आई। लोगों को राहत देते के लिए रोडवेज प्रबंधन ने दिल्ली, देहरादून समेत तमाम रूटों पर करीब 22 अतिरिक्त बसें भेजी लेकिन इसके बाद भी कई लोगों ने गंतव्य तक पहुंचने के लिए खड़े होकर यात्रा की है। दिल्ली के लिए 28 बसें भेजी गईं।
देहरादून के लिए निर्धारित पांच बसों के बजाय 10 बसें भेजी गईं। इसके अलावा चंडीगढ़, फरीदाबाद और गुरुग्राम के लिए एक-एक अतिरिक्त बसें भेजीं गईं। सहायक महाप्रबंधक परिवहन निगम सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि रोडवेज ने त्योहार को देखते हुए पहले से ही अतिरिक्त बसों को तैयार किया था और इस वजह से हालात कंट्रोल से बाहर नहीं हुए।
बता दें कि त्योहार में घर आने वाले लोगों के लिए हल्द्वानी से दिल्ली अतिरिक्त बसें भेजी गई थी ताकि यात्री अपने परिवार के साथ त्योहार बना सकें। इसके अलावा पहाड़ों से भी हल्द्वानी के लिए अतिरिक्त बसें चलाई गई थी।