देहरादून: भारी बारिश के अलर्ट के बाद प्रदेश में दो दिन से लगातार बरसात हो रही है। जिसके चलते 231 सड़कें बिल्कुल बंद हो गई हैं। जिससे यातायात को भारी फर्क पड़ रहा है। बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार कम से अगले चार दिनों के लिए पहाड़ पर जाना खतरे से खाली नहीं है।
बारिश लगातार होने के कारण पर्वतीय जिलों में ग्रामीण सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पौड़ी में तीन स्टेट हाईवे समेत डेढ़ दर्जन से अधिक सड़कें, चमोली में 25 सड़कें आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हैं। साथ ही अलकनंदा, नंदाकिनी व पिंडर नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे लगातार तीसरे दिन सात घंटे बंद रहा। जिले में 36 ग्रामीण मार्गों पर आवाजाही ठप हो गई। उधर ऋषिकेश में मंगलवार को गंगा चेतावनी के निशान को छूकर बही। जलस्तर बढ़ने से त्रिवेणीघाट और नावघाट की सीढ़ियां पानी में डूब गईं।
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पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा के अनुसार मंगलवार को राज्य में कुल 158 सड़कें खोली गईं जबकि 231 सड़कों को खोलने का प्रयास जारी है। गौरतलब है कि मौसम विभाग के मुताबिक अगले चार दिन भारी बारिश होगी। जिसके लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में भारी बारिश हो सकती है। 15-16 जुलाई को इन तीन जिलों के अलावा देहरादून और टिहरी में भी भारी बारिश के आसार हैं। 17 जुलाई को नैनीताल, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की संभावना है। बारिश के दौरान संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और बोल्डर गिरने का खतरा है।
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