बागेश्वर: सरकारी दफ्तरों में गरिमा बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी ने बड़ा फैसला किया है। डीएम ने जींस और टी-शर्ट पहनने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। जिसने नियम का पालन नहीं किया, उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाने की बात कही है। ये मामला हर तरफ चर्चा का विषय बन गया है।
हो ना हो उत्तराखंड वासियों के जेहन में जींस को लेकर सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का नाम जरूर आता होगा। आपको याद होगा कि तीरथ सिंह रावत ने एक कार्यक्रम में फटी जींस को लेकर किस्सा शेयर किया था। इसी दौरान उनका फटी जींस को लेकर एक विवादास्पद बयान वायरल हो गया था। जिसने हंगामा खड़ा कर दिया था।
वो बात अभी उतनी पुरानी नहीं हुई है और अब जींस को लेकर एक फरमान जारी हो गया है। बागेश्वर के जिलाधिकारी विनीत कुमार ने सरकारी अफसर व सरकारी कर्मचारियों के ड्यूटी के समय जींस व टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी है। जिलाधिकारी कार्यालय से बुधवार को जारी हुए एक ज्ञापन में इस बात की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि ये ज्ञापन सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है। सरकारी अफसरों व कर्मियों में भी हड़कंप सा मच गया है। जिलाधिकारी विनीत कुमार का मानना है कि सरकारी कर्मी की गरिमा बनी रहनी चाहिए। इसलिए उन्होंने जनपदस्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्रेस कोड का अनुपालन करने के निर्देश जारी किए हैं।
डीएम विनीत कुमार के मुताबिक एक राजकीय कर्मचारी को जींस या टी-शर्ट पहनना शोभा नहीं देता है। कार्यालय प्रबंधन की छवि तो खराब होती ही है साथ ही समाज भी इसे गलत तरह से देखता है। बहरहाल अब अधिकारी, कर्मचारियों को कार्यालय अवधि में पूर्ण गणवेश (मानक वस्त्र) में आने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही ये आदेश दिए हैं कि जो भी जींस व टी-शर्ट आदि में नजर आया, उसके खिलाफ गंभीरता से कार्रवाई भी होगी। ड्रेस कोड का पालन करने के निर्देश के साथ उच्च अधिकारियों को निर्धारित ड्रेस में मुलाकात करनी होगी। लाजमी है कि मामला काफी चर्चा का केंद्र बन गया है। इंटरनेट पर लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं।