हल्द्वानी: जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं। ठीक वैसे वैसे राजनैतिक दलों की नीतियां भी ढलती जा रही हैं। हर कोई अपने स्तर पर मतदाताओं को लुभाने की कोशिशो में लगा हुआ है। पार्टियों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर प्रचार शुरू कर चुके हैं। कालाढूंगी विधानसभा सीट पर भाजपा में चल रही उथल पुथल के बीच कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने मंशा साफ कर दी है। वह इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
दरअसल 2022 विधानसभा चुनावों के लिए कालाढूंगी विधानसभा सीट पर हर किसी की नजरें हैं। पहला इसलिए क्योंकि इस सीट से जीत का परचम लहराने वाले बंशीधर भगत मौजूदा कैबिनेट में मंत्री हैं। दूसरा इसलिए क्योंकि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने इस सीट से अपनी दावेदारी पेश कर दी थी।
बता दें कि बंशीधर भगत के हल्द्वानी सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाएं भी काफी मानी जा रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात लगातार फैल रही थी कि भगत अपनी कालाढूंगी सीट छोड़कर हल्द्वानी की सीट से चुनाव लड़ेंगे। मगर अब बंशीधर भगत ने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा है कि वे कालाढूंगी के अलावा कहीं से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
गौरतलब है कि रामपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से वार्ता की। इसी दौरान भगत ने कालाढूंगी में कई दावेदारों की दावेदारी के सवाल पर अपने दिल की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि पार्टी में लोकतंत्र होने के चलते कोई भी दावेदारी पेश कर सकता है। इस दौरान बंशीधर भगत बड़े ही शायराना अंदाज में नजर आए।
उन्होंने एक शेर ‘मैं तो एक दीया हूं, मेरा काम है अंधेरे में प्रकाश फैलाना, ये हवाएं हैं, जो बेवजह ही मेरा विरोध करती हैं, कोई इन हवाओं को समझा दे, कभी ये खुद को आजमा के देख ले, बहुत दीये बुझाने की कोशिश की है, कभी एक दीया जला के तो देखें’ भी कहा। लाजमी है कि इसके द्वारा बंशीधर भगत ने सभी प्रतिद्वंद्वियों को संदेश दिया है।
इस मौके पर उन्होंने और भी कई अहम बातें की। मगर सबसे महत्वपूर्ण बात ये रही कि बंशीधर भगत ने कालाढूंगी सीट से ही चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मैं कालाढूंगी से ही विधानसभा चुनाव लड़ूंगा। मेरी अन्य जगह से चुनाव लड की कोई इच्छा नहीं है। वैसे भी मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। पार्टी की रीति-नीति के अनुसार ही चलूंगा।