हल्द्वानी: कोरोना वायरस के संबंध में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कुछ दिन पूर्व मुखानी स्थित डॉ.लाल पैथलैब से एक मामला सामने आया था। जहां लैब ने हल्द्वानी निवासी एक परिवार को 17 दिन बाद कोरोना रिपोर्ट थी। कोरोना रिपोर्ट में सैपल देने वाला संक्रमित पाया गया था। मामला प्रशासन के पहुंचा तो जांच बैठी और लैब दोषी पाई गई। डीएम सविन बंसल ने इसके बाद लैब से कोरोना जांच की अनुमति को रद्द कर दिया। इस मामले में एक नया अपडेट सामने आ रहा है।
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कोरोना जांच मे लापरवाही के चलते डॉक्टर लाल पैथलैब संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज। ताजा जानकारी के मुताबिक कमल किशोर कोविड 19 अर्बन नोडल अधिकारी हल्द्वानी क्षेत्र ने थाना मुखानी में एफआईआर दर्ज की। बता दें कि गणपति विहार फेज-1 निवासी एचएन पाठक ने शिकायत की है कि 12 दिसम्बर को डॉ. लाल पैथलैब में अपनी पौत्री की कोरोना जांच कराई थी। लैब द्वारा 17 दिन के पश्चात 28 दिसम्बर को रिपोर्ट उपलब्ध कराई जो कोविड पाॅजेटिव थी।
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विलम्ब से रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने से कोविड 19 के अन्तर्गत कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं इसके प्रसार हेतु करे जा रहे प्रयास व कार्य प्रभावित हुये हैं। इसके अलावा लैब द्वारा कोरोना जांच रिपोर्ट को देर से उपलब्ध कराने के साथ ही निर्गत निर्देशों-शर्तो का अनुपालन सुनिश्चित नही किये जाने से मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव उत्पन्न हुआ है। डॉक्टर कमल किशोर कोविड 19 अर्बन नोडल अधिकारी ने डॉक्टर लाल लैब मुखानी हल्द्वानी के विरूद्व डिजास्टर मेनेजमैंट एक्ट एवं भारतीय दण्ड संहिता की धारा 269 एवं 270 के अधीन प्राथमिकी दर्ज की गई है।