Chamoli News

चमोली आपदा में बढ़ा मौत का आंकड़ा, पिथौरागढ़ के रवींद्र कुंवर का शव मिला


हल्द्वानी: चमोली आपदा ने हर शख्स के दिल में करुणा पैदा कर दी है। चमोली तपोवन और रैणी गांव में आपदा आने से कई एक लोग लापता हैं। कई सारे लोग मौत से जंग हार गए हैं। जिसमें से कुछ शवों को बरामद कर उनकी शिनाख्त भी की जा चुकी है। इन्हीं में से धारचूला के रहने वाले सुपरवाइजर रवींद्र कुंवर का शव बुधवार को बरामद किया गया। साथ ही बागेश्वर निवासी इलेक्ट्रिशियन गणेश मेहता का अब तक कोई अता पता नहीं चल सका है।

धारचूला के कालिका बजानी के रहने वाले रवींद्र कुंवर तपोवन में सात साल से काम कर रहे थे। 35 वर्षीय रवींद्र ऋत्विक कंपनी में स्थायी मजदूर थे। रविवार को जब चमोली में ग्लेशियर के टूटने से बाढ़ आई, तब भी रवींद्र मौके पर काम कर रहे थे। बांध टूटने की खबर मिलते ही रवींद्र के दो छोटे भाई ललित और हरीश तपोवन की ओर रवाना हो गए थे।

Join-WhatsApp-Group

यह भी पढ़ें: सुरंग में फंसे 35 लोगों से बचाव दल केवल 30 मीटर है दूर, पूरा भारत कर रहा है दुआ

यह भी पढ़ें: डीएम गर्ब्याल का प्लान, ऐसे बढ़ाया जाएगा नैनीताल का Tourism,स्थानीय लोगों को देगें ट्रेनिंग

रेस्क्यू टीमों को बुधवार को तपोवन से तकरीबन 50 किमी दूर रवींद्र का शव मिला। गोपेश्वर में शव मिलने की सूचना चमोली प्रशासन के द्वारा रवींद्र के भाईयों को दी गई। जिसके बाद भाईयों ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त की। बता दें कि रवींद्र की पत्नी के अलावा उनके दो बच्चे भी हैं।

इसके अलावा एक और खबर के मुताबिक 28 वर्षीय गणेश मेहता आपदा की घटना के बाद से ही लापता हैं। जानकारी के अनुसार बागेश्वर के रताइस गांव के निवासी गणेश ऋषि गंगा प्रोजेक्ट चमोली में इलेक्ट्रिशियन के तौर पर काम कर रहे थे। लगभग ढाई साल पहले गणेश अपनी नियुक्ति के बाद यहां आए थे। आपदा के दौरान वह सुरंग में काम कर रहे थे। अपनों से बिछड़ने का गम क्या होता है, यह हर कोई जानता है।

पिता लक्ष्मण सिंह मेहता के साथ अन्य परिजनों ने तीन दिन तक ईपदा स्थल के आस पास बेटे गणेश को ढूंढने की कोशिश की। मगर सुराग ना मिलने पर वह बुधवार को वापस घर लौट आए हैं। वहीं मंगलवार को भतौड़ा निवासी इंजीनियर दीपक कुमार टम्टा का शव चमोली में मलबे से निकाला गया था। बुधवार को बागेश्वर के सरयू संगम में अंत्येष्टि की गई। अब तक 35 शव मिल चुके हैं। कुल मिलाकर चमोली में माहौल भयानक है। आपदा ने उत्तराखंड के साथ कई अन्य जगह के लोगों को भी रोने पर मजबूर कर दिया है।

यह भी पढ़ें: NTPC में जारी है रेस्क्यू,टनल में फंसे DGM जीत सिंह ठाकुर,अब तक कोई सुराग नहीं

यह भी पढ़ें: बहन पूछ रही है जीजा कैसे हैं… कुदरत ना जाने किस जन्म का बदला हमसे ले रही है

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी समेत तीन तहसीलों में सस्ती हुई जमीन,पहले से कम रुपयों में बन सकेगा आपके सपनों का आशियाना

यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में छूटी नौकरी लेकिन हार नहीं मानी, हल्द्वानी में शुरू की स्पेशल Tea शॉप

To Top