देहरादून: यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले के बीच विधानसभा में भर्तियों का मामला उत्तराखंड में गर्मा गया है। वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल से पत्रकारों ने सवाल किया तो वह असहज नजर आए और कहने लगे कि सभी भर्तियां नियमों के आधार पर हुई है। विधानसभा में 72 भर्तियां हुई है और जिनका वेतन पांच महीने के बाद प्रेम चंद्र अग्रवाल के वित्त मंत्री बनने के बाद जारी की गई है। ये सभी नियुक्तियां उनके विधानसभा स्पीकर रहते हुए की गई थी और इनमें अधिकतर मंत्रियों के करीबियों को जगह मिली। आगे पढ़ें…
भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में हुई भर्तियां सवालों के घेरे में आई तो पूर्व में हुई भर्तियों का पिटारा भी खुल गया। पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल में हुई भर्तियां जांच के घेरे में होगी। कुंजवाल के विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए 158 भर्तियां हुई थी। विधानसभा में पूर्व स्पीकर कुंजवाल के रिश्तेदारों व करीबियों को नौकरी मिली थी। भाजपा पर सवाल उठे तो उसने पहले भी ऐसे होता था कि कहानी को आगे बढ़ा दिया है और नंबर की आड़ में कांग्रेस को भी घेरे में ले लिया है। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जांच के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह स्पीकर से बात करेंगे। गड़बड़ी होने पर जांच होगी।
Uttarakhand | Will speak with the Speaker of Legislative Assembly in regards with irregularities being reported. All appointments, in past or present, wherever discrepancies have been reported should have unbiased inquiries: CM Pushkar Singh Dhami on paper leak case pic.twitter.com/K98PmW5Jzs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 28, 2022