हल्द्वानी: टीम इंडिया 1983 और 2011 का इतिहास दोहराने के लिए इंग्लैंड पहुंच गई है। इस बार विराट एंड कंपनी को खुद बड़ी ट्रॉफी ना जीत पाने के मिथक को तोड़ना है। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट जीतने में नाकाम रही है। साल 2017 में टीम चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी लेकिन फाइनल में पाकिस्तान के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वनडे में टीम इंडिया रिकॉर्ड विराट की कप्तानी में शानदार रहा है। विश्वकप का खिताब अपने नाम करने के लिए वो प्रबल दावेदारों की सूची पर है। टीम इंडिया को युवा ब्रिगेड कहा जा रहा है लेकिन असल में विराट की टीम विश्व कप के इतिहास में भारत की सबसे बूढी टीम है। भारत ने विश्व कप में अब तक अपनी सबसे उम्रदराज टीम उतारी है जो इंग्लैंड एडं वेल्स में 30 मई से शुरू होने वाले क्रिकेट के महासंग्राम में सबसे अधिक अनुभवी टीम के रूप में भी आगाज करेगी।
भारतीय टीम की औसत उम्र 29.53 वर्ष है जिसमें महेंद्र सिंह धोनी (37 साल) सबसे अधिक उम्र के जबकि कुलदीप यादव (24 साल) सबसे कम उम्र के खिलाड़ी शामिल हैं। विश्व कप में भाग ले रही दस टीमों में श्रीलंका (29.9) और दक्षिण अफ्रीका (29.5) के बाद भारतीय टीम सबसे अधिक उम्रदराज है।
लेकिन अगर 1975 से अब तक की भारतीय टीमों पर गौर किया जाए तो विराट कोहली की टीम उम्र के मामले में पिछली सभी टीमों को पीछे छोड़ देती है। इससे पहले भारत ने विश्व कप में सबसे उम्रदराज टीम 2011 में उतारी थी जिसकी औसत उम्र 28.3 वर्ष थी। धोनी की अगुवाई वाली यह टीम विश्व चैंपियन बनी थी। तो क्या कोहली की टीम 2011 का इतिहास दोहराएगी क्योंकि 1983 में कपिल देव की अगुवाई वाली टीम भी भारत की तब तक की सबसे उम्रदराज (औसत उम्र 27.10) टीम थी। कपिल की इस टीम ने विश्व कप जीता था। गौरतलब है कि 1975 की टीम की औसत उम्र 26.8 और 1979 की टीम की 26.6 वर्ष थी। कपिल की 1987 की टीम की औसत उम्र 26.2 थी। मोहम्मद अजहरूद्दीन के नेतृत्व वाली 1992 की टीम की औसत उम्र केवल 25.4 थी जो अब तक की भारत की सबसे युवा टीम थी लेकिन उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था।
धोनी विश्व कप के सबसे अनुभवी क्रिकेटर हैं। उन्होंने भारत की तरफ से 338 वनडे (कुल 341) मैच खेले हैं। उनके अलावा किसी भी अन्य खिलाड़ी ने 300 वनडे मैच नहीं खेले हैं। असल में भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों ने कुल मिलाकर 1573 वनडे मैच खेल हैं और इस मामले में कोहली की टीम सभी टीमों से काफी आगे हैं। भारत की तरफ से धोनी के अलावा कोहली (227), रोहित शर्मा (206), रविंद्र जडेजा (151), शिखर धवन (128) और भुवनेश्वर कुमार (105) ने भी 100 से अधिक वनडे खेले हैं।
भारत के बाद बांग्लादेश की टीम का नंबर आता है जिसके सभी खिलाड़ियों के कुल मैचों की संख्या 1341 बैठती है। उसकी तरफ से कप्तान मशरेफी मुर्तजा (207), मुशफिकुर रहीम(205), शाकिब अल हसन (198) और तमीम इकबाल (193) ने सर्वाधिक मैच खेले हैं। धोनी के बाद क्रिस गेल विश्व कप में भाग लेने वाले दूसरे सबसे अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं। इस 39 वर्षीय क्रिकेटर ने अब तक 289 मैच खेले हैं। गेल उम्र के मामले में भी ताहिर के बाद सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों में दूसरे नंबर पर हैं। विश्व कप में भाग ले रही टीमों में सर्वाधिक 90 शतक भारतीय खिलाड़ियों के नाम पर ही दर्ज हैं। इनमें से कप्तान कोहली के नाम पर ही 41 शतक दर्ज हैं जबकि रोहित ने 22, धवन ने 16 और धोनी ने 10 शतक लगाये हैं।