नई दिल्ली: पंकज पांडे: भारतीय महिला क्रिकेट ने रिकॉर्ड सातवीं बार एशिया कप जीता तो एक बार फिर दीप्ति शर्मा सुर्खियों में छा गईं। दरअसल दीप्ति प्लेयर ऑफ द सीरीज रहीं और उनके प्रदर्शन ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि ये लड़की आने वाले समय में भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिनी जाएगी। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को उसी की धरती में 3-0 से वनडे सीरीज़ में मात दी। सीरीज़ का आखिरी मैच लॉर्ड्स में खेला गया था।
भारतीय टीम ने आखिरी मैच में 16 रनों से जीत हासिल की। ये मैच क्रिकेटर दीप्ति शर्मा ( DEEPTI SHARMA INDIAN CRICKETER) के लिए खास रहा। दीप्ति शर्मा ( DEEPTI SHARMA ने अपने बॉलिंग एंड पर चार्ली डीन को उस वक्त आउट किया जब वह मुकाबले को भारत से दूर ले जा रही थी। इस रनआउट को लेकर दीप्ति ( DEEPTI SHARMA ALL-ROUNDER) की भारत में प्रशंसा हुई और कई अंग्रेजी खिलाड़ियों ने उनकी इस हरकत को खेल की मर्यादा के खिलाफ बताया। हालांकि दीप्ति ने जो किया वह नियमों के दायरे में था। गेंद डालने से पहले नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बैटर बाहर नहीं निकल सकता है।
महिला क्रिकेट में शर्मा जी
इस लेख में हम विवाद पर नहीं बल्कि दीप्ति शर्मा के बारे में बताए। भले ही दीप्ति वायरल अभी हुई हैं लेकिन शर्मा साल 2014 से भारतीय टीम के लिए बड़े योगदान दे रही है। गेंद और बल्ले के अलावा दीप्ति फिल्डिंग से भी विपक्षी टीम की बोलती बंद करती आई है। दीप्ति शर्मा साल 2017 विश्वकप के बाद सुर्खियों में आई। इसके बाद दीप्ति टीम इंडिया का अभिन्न हिस्सा बन गई। गेंदबाजी क्रम में झूलन गोस्वामी के बाद दीप्ति ही भारत की सबसे बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी हैं। सबसे खास बात जिस में टीम मिताली राज, हरमीनप्रीत कौर, झूलन गोस्वामी और स्मृति मंदाना जैसे खिलाड़ी हो और उसमें एक खिलाड़ी ऐसा निकले जो तीन मोर्चे पर खरा उतरे तो किसी गोड गिफ्ट से कम नहीं होगा।
कमाल के हैं आंकड़े
आगरा निवासी दीप्ति शर्मा दिन प्रतिदिन अपने प्रदर्शन के वजह से सुर्खियों में आ रही हैं। उनके वनडे और टी-20 के आंकड़े किसी महान ऑलराउंडर से कम नहीं हैं। 25 साल की दीप्ति ने वनडे में 36.36 की औसत से 1891 रन बनाए हैं। वहीं टी-20 में उनके बल्ले से 23 की औसत से 644 रन बनाए हैं। वहीं गेंदबाजी में 80 वनडे में 91 विकेट और 71 टी-20 मुकाबले में 71 विकेट अपने नाम कर चुकी हैं। इसके अलावा डेब्यू शतक में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दीप्ति दुनिया की दूसरी बल्लेबाज हैं। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ 2017 में 188 रनों की पारी खेली थी। वहीं वनडे में एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दीप्ति तीसरे नंबर पर हैं।
कई विदेशी खिलाड़ी भी उनकी प्रतिभा को लेकर बयान दे चुके हैं। दीप्ति ने भारत के अलावा इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट लीग में शिकत की है और कमाल का प्रदर्शन किया है। दीप्ति उन खिलाड़ियों में से हैं जो बिना शोर मचाए अपना काम कर देती है। दीप्ति एक ऑलराउंडर है लेकिन उनके काम करने का तरीका एलेस्टर कुक जैसा है, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में बिना शोर मचाए 10 हजार रन पूरे किए। टॉप ऑर्डर पर खेलते हुए भी दीप्ति ने कमाल की पारियां खेली हैं। टीम मैनेजमेंट उनकी कीमत को समझता है और ये महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में एक अहम फैसला होगा।
महान ऑलराउंडर बनने की तरफ
दीप्ति शर्मा को पहली बार 2017 विश्वकप में देखा था। मैदान के भीतर दीप्ति का टैलेंट उनकी बॉडी लैंग्वेज बता देती है। भले ही दीप्ति के साथ 2022 विश्वकप की कड़वी यादे जुड़ी हों लेकिन ये खिलाड़ी उन सभी चीजों ने निखकर महान बनेगी, इसकों लेकर लोगों ने कहा है। दीप्ति शर्मा को देखकर ऐसा लगता है कि ये खिलाड़ी मॉर्डन डे महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी हथियार है। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने जिस तरह से डीन को आउट किया, वो एक उनके क्रिकेटिंग माइंड का उदाहरण था। आप देखते रहिए.. ये लड़की एक दिन विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ा नाम बन जाएगी। फिर उसके बाद भारत देश जरूर बोलेगा ”म्हारी छोरियां छोरो से कम है के”…कहीं दीप्ति ही भारतीय महिला क्रिकेट की पहली महान ऑलउांडर बन जाए।