देहरादून: जेईई और नीट की परीक्षा सितंबर माह में आयोजित होने वाली है लेकिन इस परीक्षा के फैसले से पक्ष और विपक्ष सरकार में तनातनी अभी भी चल रही है। जिससे कांग्रेस सरकार ने पहले उच्च न्यायालय जाने का फैसला लिया था और अब शुक्रवार यानी आज इस मसले पर कांग्रेस पार्टी के समर्थक ने विरोध शुरू किया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जेईई और नीट की परीक्षा को आयोजित कराने के फैसले पर समर्थन करते हुए कहा कि यह दोनों परीक्षाएं विद्यार्थियों के भविष्य के लिए जरूरी है। अभी कोरोना महामारी के कारण यह परीक्षा रद्द कराने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन छह या आठ महीने में भी कोरोना खत्म नहीं होगा इसलिए परीक्षा में आपसी दूरी का ध्यान रखते हुए आयोजित कराई जा सकती है। सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना महामारी से बचने की गाइडाइंस का पालन करते हुए परीक्षाओं को आयोजित किया जा सकता है यह परीक्षा विद्यार्थियों के भविष्य के लिए बहुत जरूरी है।
कांग्रेस सरकार जेईई और नीट की परीक्षाओं के मुद्दे का सड़क पर उतरकर विरोध करेगी और परीक्षाओं को रद्द कराने की मांग पर अड़ी है यह प्रदर्शन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में किया जाएगा सभी कांग्रेसियों को विरोध जताने के लिए बोला गया है।
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प्रीतम सिंह के अनुसार भाजपा पार्टी कोरोना संक्रमण को रोक पाने में असफल रही है और इस असफलता को छुपाने के लिए विपक्ष पार्टी पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे है कोरोना के साथ साथ, जगह जगह पानी भरने व बाढ जैसे खतरे को रोकने के लिए भी असफल साबित हुई है।
प्रीतम सिंह ने भाजपा पार्टी पर आरोप लगाते हुए है कहा है कि सरकार को विद्यार्थियों कि जान की परवाह नहीं है इसलिए परीक्षाओं को टालने के लिए फैसला नहीं ले रही है विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भी संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा। विजय सारस्वत कांग्रेस प्रदेश के महामंत्री ने कहा है कि कांग्रेस कि ओर से परीक्षा को स्थगित करने और सामान्य हालात में आयोजित करने की मांग कर रही है।