देहरादून: चारधाम यात्रा के शुरू होने के बाद उत्तराखंड का पर्यटन ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से कई टूरिस्ट जगहों पर बुकिंग फुल है। होटल और रिजॉर्ट्स के अलावा हेली सेवाएं में भी एडवांस बुकिंग देखने को मिल रही है। गढ़वाल मंडल में इन दिनों चारधाम यात्रा के लिए ही लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। इसके अलावा पर्यटकों की संख्या भी अच्छी खासी है।
महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि राज्यों से आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों के साथ ही पर्यटकों को ट्रेन मिलना मुश्किल हो गया है। राजधानी देहरादून से चलने वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 200 से ज्यादा। अधिकतर ट्रेन दिल्ली होते हुए यात्रियों को उत्तराखंड लाती है।
देहरादून-हावड़ा उपासना एक्सप्रेस के स्लीपर, प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित कोच में में बंपर वेटिंग हैं। देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस,देहरादून-कोटा नंदा देवी एक्सप्रेस, देहरादून-दिल्ली मसूरी एक्सप्रेस, देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस में सीटों को लेकर मारामारी है।
देहरादून से यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेनों में वेटिुंग सबसे ज्यादा है। देहरादून-मुजफ्फरनगर राप्ती गंगा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 200 के पास है तो वहीं देहरादून-नई दिल्ली जन शताब्दी एक्सप्रेस में भी सीटें नहीं मिल रही है।
ट्रेनों में वेटिंग बढ़ने से कई सामाजिक संगठनों ने रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे से तीर्थयात्रियों को सहूलियत देते हुए देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश से अतिरिक्त ट्रेन संचालित करने की मांग की है। इसके अलावा जो भी ट्रेन चल रही हैं कि उनमें अतिरिक्त कोच लगाए जाने की मांग भी हुई गई है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह का कहना है कि अतिरिक्त कोच ट्रेन में आवश्यकता के अनुसार लगाए जा रहे हैं। संचालन को लेकर फैसला रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे द्वारा लिया जाएगा।