देहरादून: माउंट त्रिशूल पर एवलांच की घटना ने पूरे देश को दुख पहुंचाया है। इस हादसे में लापता हुए नौसेना के चार अधिकारियों के शव शनिवार की शाम मिल गए है। शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे माउंट त्रिशूल कैंप-3 में एवलांच आने से नौसेना के पांच सदस्य और एक शेरपा लापता हो गए थे। यह दल माउंट त्रिशूल पर आरोहण के लिए गया था। सूचना मिलने पर उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से तीन सदस्यीय दल रेस्क्यू के लिए शुक्रवार को हुआ था लेकिन खराब मौसम के चलते रेस्क्यू शुरू ही हो पाया था।
शनिवार की दोपहर खोज के लिए गए दल को हवाई सर्वे के दौरान मौके पर चार लोग पड़े हुए दिखाई दिए। इन लोगों को निकालने के लिए टीम उतारी गई। लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी और मास्टर चीफ पैट्टी आफिसर हरिओम का शव मिला है। अभियान दल के दो लोग अब भी लापता बताए गए हैं।
लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती देहरादून रिंग रोड स्थित गंगोत्री विहार के रहने वाले थे। उनकी तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। इनका शव सोमवार को उनके आवास में पहुंचा तो कोहराम मच गया। बेटे की नई जिंदगी के लिए सपने देख रहे परिवार को ये देखना पड़ेगा किसी ने सोचा नहीं था।जवान बेटे का शव तिरंगे से लिपटा देख मां और पिता सदमें में हैं। दोनों की हालात बेहद खराब है। वहीं पत्नी राधा भी बेसुध हो गई है। उनका शव दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया था, जहां सैंकड़ों की तादत में लोग पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। हर किसी जुबां पर तीन महीने पहले शादी होने की बात ही थी।