अल्मोड़ा: शुक्रवार को अल्मोड़ा में स्थित न्याय देवता गोलज्यू मंदिर में प्रशासन की ओर से दान पात्र रखवा दिया गया। यह देख वहां के पुजारी भड़क उठे। पुजारियों का कहना है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जिसके बावजूद प्रशासन इस मामले में बेवजह हस्तक्षेप कर रहा है। जो सरासर ग़लत है।
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बता दें हाईकोर्ट ने 19 नवंबर 2020 को अल्मोड़ा में स्थित चितई गोलज्यू मंदिर के प्रबंधन के मसले पर जनहित व पुनर्विचार याचिका को निस्तारित कर दिया था। साथ ही उपासना से संबंधित अधिकार साक्ष्य के आधार पर छह माह में निर्धारित करने के आदेश सिविल न्यायालय अल्मोड़ा को दिए थे। इसके अलावा पक्षकारों से दावे से संबंधित अर्जी सिविल कोर्ट में दाखिल करने को कहा था।
आदेश के तहत छह माह तक मंदिर की व्यवस्था के लिए डीएम अस्थायी कमेटी बनाएंगे। इसमें पुजारियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। कमेटी को मंदिर के धार्मिक क्रियाकलापों में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं होगा। वहीं शुक्रवार को प्रशासन ने मंदिर पर दानपात्र रखवा दिया है। जिसका पुजारियों ने विरोध किया। इधर एसडीएम ने बताया कि मंदिर के धार्मिक क्रियाकलापों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है। केवल दान पात्र ही रखे गए हैं।
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