नई दिल्ली: इस दुनिया में यदि चंद रुपयों की खातिर अपना ईमान बेचने वालों की कमी नहीं है तो बहुतायत ऐसे लोगों की भी है, जो रुपयों को कभी अपने ईमान से बढ़ा नहीं होने देते। कुछ किस्से इस बात को सही तरीके से साबित भी करते हैं। आपने भी ऐसा बहुत कम सुना होगा कि किसी व्यक्ति को यूं ही कहीं 25 लाख रुपए पड़े मिले हों और उसने वैसे ही उन्हें लौटा दिया हो।
हम उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से सामने आए एक मामले का जिक्र कर रहे हैं। दरअसल, गाजियाबाद में एक आर्थिक रूप से कमजोर ई-रिक्शा चालक को रोड पर 25 लाख रुपए मिले। मगर नेक दिली देखिए, आर्थिक स्थिति के बावजूद भी 500 की गड्डियां देखकर उसका मन नहीं डोला। उसने फौरन रुपए से भरा बैग लेकर मोदीनगर थाने में लौटा दिया।
एसएचओ भानु प्रताप सिंह को ई-रिक्शा चालक ने रुपयों से भरा बैग सौंप दिया। ई-रिक्शा चालक की ईमानदारी से खुश होकर डीसीपी देहात रवि कुमार ने सर्टिफिकेट और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित भी किया है। रुपए लौटाने वाले ई-रिक्शा चालक का नाम आस मोहम्मद है और वो किदवई नगर कॉलोनी निवासी हैं।
आस मोहम्मद को मंगलवार को तिबड़ा रोड स्थित बम्बे के पास से गुजरते वक्त लावारिश बैग दिखा था। जिसके अंदर 500 की 50 गड्डियां थीं। पहले उन्होंने वहीं रुककर बैग के मालिक का इंतजार किया और बाद में जब कोई नहीं आया तो अपने दोस्त सरफराज अली के साथ मोदीनगर थाने पहुंचे। चालक ने एसएचओ को नोटों से भरा बैग सौंप दिया। बता दें कि आस मोहम्मद के परिवार में 3 बेटे, एक बेटी और पत्नी हैं।