नई दिल्ली: भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए चौथी बार विश्वकप को अपने नाम कर लिया है। भारत ने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया। भारतीय टीम की जीत के हीरो मनजोत कालरा रहे जिन्होंने फाइनल मुकाबले में 101 रनों की पारी खेली। भारतीय टीम के लिए ये विश्वकप जीत खास रही। भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड ने अपने क्रिकेट करियर में विश्वकप ट्रॉफी नहीं जीती थी और हर भारतीय क्रिकेट फैंस चाहते थे कि टीम अपने कोच को शानदार तोहफा दें।
बता दें कि बतौर खिलाड़ी राहुल द्रविड साल 1999,2003 और 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे लेकिन भारतीय टीम इस दौरान विश्वकप जीतने में नाकाम रही। वहीं बतौर कोच साल 2016 में भारतीय अंडर-19 टीम के साथ राहुल द्रविड का सफर फाइनल में ही रुक गया था।
भारतीय क्रिकेट का इस विश्वकप के बाद उत्तराखण्ड से नाता और भी मजबूत हो गया है। भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज कमलेश नगरकोटी ने विश्वकप में 9 विकेट अपने नाम किए। उत्तराखण्ड एक्सप्रेस के नाम से मशहूर हो रहे कमलेश ने अपनी गति से पूरे विश्व क्रिकेट को ध्यान अपनी ओर खींचा। अपनी शानदार गेंदबाजी के बदौलत कमलेश ने आईपीएल निलामी में भी इतिहास रचा। उत्तराखण्ड एक्सप्रेस से प्रभावित होकर केकेआर ने उन्हें 3.5 करोड़ रुपए में खरीदा। किसी भी अनकैप्ड खिलाड़ी के लिए ये रकम सबसे ज्यादा है। कमलेश नगरकोटी का परिवार राजस्थान में रहता है और उन्होंने वहीं अपने क्रिकेट सफर की शुरूआत की। फाइनल मुकाबले से पहले हल्द्वानी लाइव की टीम से कमलेश के पिता लक्ष्मण नगरकोटी ने बात की। उन्होंने पहले ही दावा कर दिया था कि जूनियर टीम इंडिया इस विश्वकप को जीतने जा रही है। बता दें कि कमलेश नगरोकोटी बागेश्वर के रहने वाले हैं। उनके पिता ने कहा कि गांव से लगातार फोन आ रहे है। लोग बधाई दे रहे है और उन्हें पूरा भरोसा है कि कमलेश सीनियर भारतीय टीम में जगह जरूर बनाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें गांव में पूजा के लिए जाना है और वो कमलेश को भी अपने साथ ले जाएंगे। वीडियो देखने के लिए नीचे अगली स्लाइड पर जाए