देहरादून: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत को चुन लिया गया है। विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। वह पौड़ी गढ़वाल से सांसद हैं। खबरों की मानें तो आज ही तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। भाजपा ने राज्यपाल से शाम 4 बजे का वक्त मांगा है।आपको बता दें कि भाजपा ने एक बार फिर अपने फैसले से सभी को चौंका दिया है। इससे पहले कहीं पर भी तीरथ सिंह रावत का नाम नहीं लिया जा रहा था। सीएम बनने की रेस में सबसे आगे निशंक और धन सिंह रावत का नाम चल रहा था।
लेकिन हमेशा की तरह भाजपा के थिंकटैंक ने हर किसी को चौंका दिया। इस मूव को एक बड़ा प्लेइंग कार्ड के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा ने अपनी सोच को कायम रखा है जिसमें छोटे से छोटे कार्यकर्ता को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। तीरथ सिंह रावत साल 2019 में सांसद बने थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के शिष्य हैं। वो लोकसभा चुनाव में भुवन चंद्र खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी के खिलाफ चुनाव लड़े थे, जिन्हें कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था।
बता दें कि पौड़ी गढ़वाल से सांसद रहे तीरथ सिंह 2000 में राज्य के शिक्षा मंत्री रहे थे। संघ की पृष्ठभूमि के तीरथ सिंह रावत के सीएम बनने के बाद हाईकमान ने राज्य में जातिगत राजनीतिक संतुलन साधने की भी कोशिश की है। देहरादून में बुधवार को हुई विधायक दल की बैठक के बाद तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लगी है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे तीरथ हिमाचल के चुनाव प्रभारी भी रहे हैं। 2012 से 2017 तक वे विधायक रहे थे।