नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू होते ही नेताओं और पार्टियों में हलचल देखी जा सकती है। पार्टी जहां जीताऊ नेता पंसद पर रही है। तो नेता टिकट पाने के लिए हर जी तोड़ मेहनत कर रहे है। चुनाव में सबसे ज्यादा पार्टी बदलने का रिवाज भी देखा जा रहा है। इस रिवाज को निभाने में सबसे आगे बड़े नेता और सेलिब्रिटी दिख रहे है। इन नेता और सेलिब्रिटी यह फायदा भी मिल रहा है। जिसमें पार्टी बदलते ही टिकट भी दिया जा रही है। या यू कहे ही टिकट तय करके ही पार्टी से जोड़ा जा रहा है। यही कारण है कि कुछ समय पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए कीर्तिआजाद को धनबाद से कांग्रेस का टिकट दे दिया गया है।पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद अभी बिहार की दरभंगा सीट से मौजूदा सांसद हैं। बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति झा आजाद दरभंगा से ही चुनावी मैदाव मे उतरना चाहते थे। लेकिन बिहार महागठबंधन में दरभंगा सीट राजद के हिस्से में चली गई और वहां अब्दुल बारी सिद्धकी को उम्मीदवार बनाया गया है। कीर्ति झा आजाद ने पिछली बार बीजेपी के टिकट पर आरजेडी के मोहम्मद अली अशरफ फातमी को ही हराया था। बता दें कि झारखंड का धनबाद लोकसभा क्षेत्र महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के खाते में गया है।कीर्ति झा आजाद के पिता भागवत झा आजाद बिहार की राजनीति में हमेसा से ही सक्रिय थे। कीर्ति झा ने दिल्ली से पड़ाई कर क्रिकेट में कदम रखा और भारत की 1983 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य भी रहे है। धनबाद लोकसभा में कीर्ति झा का मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद पशुपति नाथ सिंह को दोबारा मैदान में उतारा है। कीर्ति झा को भाजपा ने पार्टी विरोध के चलते निलंबित किया था । कीर्ति झा आजाद तीन बार से दरभंगा लोकसभा सीट जीत चुके हैं। कीर्ति झा की राजनीति में सक्रियता भाजपा के लिए परेशानी पैदा कर सकती है।