नई दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी के बारे में सबसे हैरान करने वाला एक तथ्य ये भी है कि उनकी निगाह से कुछ छूटता नहीं है। उनकी अपनी रणनीति है ये। वे कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं जो एकदम नया हो और जिसकी छाप दूर तक महसूस हो सके। ये उनके भीतर की सदैव जागरूक शक्ति का जीता जागता उदाहरण है। प्रधानमंत्री इन दिनों एक-एक सांसद से मुलाकात करने की नायाब रणनीति पर काम कर रहे हैं। उन्होंंने यह सुनिश्चित किया है कि वे हर सांसद से मुलाकात कर सकें और हर सांसद उनके आगे अपनी बात रख सके।
प्रधानमंत्री बीजेपी के सांसदों से अलग-अलग समूहों में मुलाकात कर रहे हैं। इस मकसद के लिए बीजेपी के सांसदों को सात समूहों में बांटा गया है। इनमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, केंद्र में मंत्री रहे सांसद, राज्यों में मंत्री रह चुके सांसद और महिला सांसदों के अलग-अलग समूह शामिल हैं।
पीएम अब तक एससी, एसटी और ओबीसी सांसदों से मुलाकात कर चुके हैंं। आज उन्होंने नाश्ते पर महिला सांसदों से मुलाकात की। पीएम महिला सशक्तिकरण पर हमेशा से जोर देते आए हैं। ये मुलाकातें इस लिहाज से भी बेहद अहम हैं कि प्रधानमंत्री का विजन इन सांसदों के जरिए देश के कोने-कोने तक पहुंच सकेगा।
प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों के लिए लक्ष्य तय किए हैं। उन्हें निर्धारित अवधि में इन लक्ष्यों को पूरा करना होगा। सबसे अहम बात उनकी परफारमेंस होगी। यही परफारमेंस उन्हें राजनीति में आगे ले जाएगी। इन मुलाकातों में प्रधानमंत्री के साथ केवल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ही रहेंगे। इससे पहले 16वीं लोकसभा में भी मोदी अलग-अलग राज्यों के सांसदों से मिलते आए थे और उन्हें जरूरी मार्गदर्शन देते आए थे।