देहरादूनः कोई भी सपना जादू से पूरा नहीं होता, उसे पूरा करने के लिए दृढ संकल्प और कठिन परिश्रम करना पड़ता है। अगर किसी ने कुछ करने की ठान ली है तो वो जरूर लक्ष्य हासिल करेगा। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है उत्तराखंड के दून निवासी नवीन सैनी ने, उन्होंने तमाम चुनौतियों से लड़कर जेईई एडवांस्ड में सफलता हासिल की है। उन्होंने परीक्षा में 1600 कैटेगरी रैंक हासिल की है।
रेसकोर्स निवासी नवीन सैनी के पिता सुशील सैनी प्लंबर और मां शीला सैनी हाउस वाइफ हैं। बता दें कि नवीन ने जेईई मेंस में 99.5 परर्सेंटाइल हासिल की थी। नवीन ने 2018 में सेंट थॉमस कॉलेज से 87 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास किया था। पिछले साल भी नवीन ने जेईई भी दिया था। उसने जेईई मेंस क्वालिफाई तो कर लिया लेकिन एडवांस में चूक गया था। नवीन ने इस साल पिछले साल से दोगुनी तैयारी की और 1600 रैंक हासिल की। नवीन ने बताया कि वह घर पर पांच से छह घंटे रोजाना पढ़ाई करते थे। उन्होंने बताया कि वह आईआईटी में एडमिशन पर फोकस कर रहे हैं।
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पिता सुशील का कहना है कि उन्होंने नवीन की पढ़ाई के लिए पाई-पाई जोड़ स्कूल और कोचिंग की फीस भरी। नवीन का कहना है कि उसने परीक्षा के लिए दसवीं कक्षा में तैयारी शुरू कर दी थी। चार सालों की कड़ी मेहनत के बाद उसने सफलता का स्वाद चखा है। वहीं बेटे की कामयाबी से माता पिता को बेटे पर गर्व है। बेटे की सफलता देख मां के आखों से आसू निकल पड़े।