हल्द्वानीः हफ्ताभर पहले कैंची के पास बाबा की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। अब पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। कैंची के पास बाबा केशरनाथ की हत्या उनके ही सहयोगी (सेवक) तीरथ सिंह ने की थी। सेवक के शराब पीकर आने से दोनों के बीच विवाद हो गया था। कुटिया से निकालने पर सेवक गुस्से में आ गया और घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्यारोपी तीरथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन ने बुधवार को पत्रकार वार्ता कर बाबा केशरनाथ गिरी हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि 30 जनवरी को भवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि अज्ञात लोगों ने कैंची क्षेत्र के जंगल स्थित कुटिया में बाबा केशरनाथ और उनके सहयोगी तीरथ सिंह निवासी तल्ला निगलाट के साथ मारपीट कर घायल कर दिया है। सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घायल बाबा केशरनाथ को भवाली अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बाबा को मृत घोषित कर दिया।
31 जनवरी को ग्राम प्रधान पंकज निगल्टिया की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात पर धारा 302/323 के तहत मुकदमा दर्ज किया। हत्याकांड के खुलासे के लिए एसएसपी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन, सीओ अनुषा बड़ोला के नेतृत्व में चार टीमें गठित कर जांच शुरू की गई। टीमों ने पूछताछ के साथ ही कैंची और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली। अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन ने बताया कि पुलिस ने बाबा के सेवक तीरथ सिंह की कॉल डिटेल की जांच करने के साथ उससे पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान तीरथ सिंह लगातार अपने बयान बदल रहा था। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बाबा की हत्या का जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने आरोपी तीरथ सिंह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में उपयोग की गयी खून लगी लकड़ी भी बरामद कर ली। आरोपी भवाली थाना क्षेत्र तल्ला निगलाट गांव निवासी है।