हल्द्वानी: कोरोना वायरस को रोकने के लिए तमाम फैसले लिए जा रहे हैं। इस महामारी से कैसे बचा जा सके उस पर मंथन जारी है। देश के अधिकतर राज्यों से Curfew लगाया हुआ है। अनुमति के बिना किसी को भी एंट्री नहीं मिल रही है लेकिन कुछ लोग अभी भी इस बीमारी को हल्के में ले रहे हैं। नैनीताल जिले से एक मामला सामने आ रहा है। दिल्ली से नैनीताल चार युवक घूमने पहुंचे, वो भी बिना पंजीकरण और कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के। इसके बाद उन्हें जब पुलिस ने रोका तो उन्होंने अपनी गलती नहीं मानी और पुलिस की सलाह को नजरअंदाज किया।
शुक्रवार को कालाढूंगी रोड पर डीएल-एक सी एए 1614 नंबर की होंडा अमेज कार नैनीताल को आ रही थी। इसी दौरान मंगोली चौकी ने वाहन को रोका। पुलिस ने पूछताछ में सामने आया कि युवकों ने उत्तराखंड स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। इसके अलावा उनके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट भी नहीं है। दोनों जरूरी दस्तावेज ना होने पर पुलिस ने उन्हें वापस दिल्ली जाने के लिए कहा लेकिन वह पुलिसकर्मियों से भीड़ गए। इसके बाद युवक कार नैनीताल की ओर ले आए। इस घटना की जानकारी मल्लीताल कोतवाली को दी गई। युवकों को पुलिस ने नैनीताल बारापत्थर चौकी पर रोक लिया तथा कार समेत युवकों को कोतवाली ले आए।
कोतवाल अशोक कुमार ने बताया कि कोतवाली में युवक कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट व उत्तराखंड स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की जानकारी पुलिस को देने में असर्मथ रहे। पुलिस ने कोविड नियमों का उलंघन करने पर दिल्ली कमल विहार, कमालपुर बुराड़ी दिल्ली निवासी गोपी शर्मा, अभिषेक, पंकज कुमार व हेमंत कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 269, 270, महामारी अधिनियम व 51 बी आपदा प्रबंधन के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है। साथ ही युवकों की कार भी सीज कर दी गई है।