हल्द्वानीःहमारे देश में दहेज प्रथा एक कलंक है, जो दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन दहेज की वजह से तंग आकर ना जाने कितनी बेटियों को अपनी जीवनलीला समाप्त करनी पड़ती है। ऐसा ही शर्मनाक और चौकाने वाला मामला खटीमा के खाली महुवट गांव का हैं, जहां एक युवती ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। बता दें की घटना बीती 11 मई की है। युवती का नाम गीता है और वह 23 साल की है। गीता 5 महीने पहले ही शादी के बंधन में बंधी थी। गीता की शादी रघुवर भाटिया से हुई थी। जो कि एख फौजी है।
बता दें कि जिस वक्त यह घटना हुई गीता के ससुराल वाले घर में नही थे। ससुराल वाले जैसे ही घर पहुंचे तो उन्होंने गीता को बेसूध हालत में पाया। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया ना जा सका। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद गीता के परिवारवालों ने उसके ससुरारवालों पर दहेज के गंभीर आरोप लगाए हैं।परिवारवालों ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद से ही गीता के ससुरालवाले उसे दहेज के लिए परेशान करते थे। वह लोग गीता को ताने मारते थे और यह भी कहते थे कि तू शादी में अपने घर से ज्यादा दहेज क्यों नहीं लाई। ससुरालवाले ये तक कहते थे कि तेरे घर वालों ने तुझे ऐसी ही शादी करके भेज दिया। जिसके बाद लगातर ससुराल पक्ष के परेशान करने पर गीता ने जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी।गीता के परिवालवालों ने पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।