देहरादून: लेफ्ट आर्म स्पिनर मिश्रा को किसी भी ट्रैक पर गेंदबाजी करने की मानो आदत हो गई है। उन्हें भारतीय सरजर्मी के अलावा इंग्लैंड में अभ्यास करने का अनुभव है। इंग्लैंड में शानदार गेंदबाजी करने के बाद भारत में भी ”मिश्रा जी” का रिदम बरकरार है। उत्तराखंड क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी के पहले मुकाबले में नागालैंड को 174 रनों से हराया। उत्तराखंड के लिए मुकाबला शानदार रहा क्योंकि दूसरी पारी में गेंदबाजों ने नागालैंड को 25 रनों पर ऑल आउट कर दिया।
साल 2022-23 सीजन की शुरुआत मयंक मिश्रा ने शानदार तरीके से की। मयंक मिश्रा ने नागालैंड के खिलाफ 7 विकेट हासिल किए। मयंक मिश्रा ने फर्स्ट क्लास करियर में चौथी बार पंजा खोला है यानी एक पारी में पांच विकेट लिए हैं। मयंक के नाम रणजी ट्रॉफी में कुल 61 विकेट हैं और उन्होंने 16 मैच खेले हैं। मयंक रनों पर लगाम लगाने के अलावा टीम के लिए अहम विकेट लेते रहे हैं। मयंक वापसी करने में भी माहिर हैं, नागालैंड के खिलाफ पहली पारी में मयंक ने दो विकेट हासिल किए थे और 129 रन खर्च किए। मयंक ने कुल 51 ओवर डाले और नागालैंड ने 389 रन बनाए थे। मयंक ने दूसरी पारी में 9 ओवर 7 मेडन और केवल 4 रन दिए।
मयंक मिश्रा घरेलू सीजन शुरू होने से पहले इंग्लैंड में खेल रहे थे। यॉर्कशायर प्रीमियर लीग के इस सीजन में वह बेस्ट बॉलर बने थे। इसके अलावा उन्हें बेस्ट ऑल राउंडर के खिताब से नवाजा गया । ड्रिफील्ड टाउन की टीम से खेलने वाले मयंक सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बनें । 17 मुकाबलों में 11.30 के एवरेज के साथ मयंक ने पूरे सीजन में कुल 54 विकेट चटकाए हैं। बल्ले से उन्होंने 400 से भी अधिक रन बनाए। बता दें कि यॉर्कशायर प्रीमियर लीग में मयंक मिश्रा ( Mayank Mishra hat-trick in county cricket) ने हैट्रिक जमाई थी। Acomb क्रिकेट क्लब के खिलाफ मयंक मिश्रा ने 12 ओवर में 31 रन देकर पांच विकेट झटके। मिश्रा उत्तराखंड की ओर से भी हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज हैं। उत्तराखंड के लिए सीनियर घरेलू क्रिकेट में मयंक को छोड़कर कोई भी गेंदबाज हैट्रिक नहीं जमा पाया है।