देहरादून: गलत राशन बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना के तहत गलत राशनकार्ड के जरिए मुफ्त का राशन ले रहे लोगों के पास 30 जून तक का वक्त है। इसके बाद अगर जांच में वह पकड़े जाते हैं तो उनपर विभागीय कार्रवाई हो सकती है । विभाग की सख्ताई के बाद अब तक 60 हजार अपात्र लोगों ने अपने राशन कार्ड को निरस्त करा दिया है। विभाग ने पहले समय सीमा 30 मई रखी थी लेकिन बाद में इसे 30 जून कर दिया गया।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) और राज्य खाद्य योजना (एसएफवाई) के तहत खाद्य विभाग में अपात्र कार्डधारकों के राशन कार्ड जमा कराने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में अब तक 60,123 कार्डधारकों ने अपने राशन कार्ड जमा करा दिए हैं। फ्री राशन ले रहे अपात्र कार्रवाई के डर से अपने राशन कार्ड सरेंडर करा रहे हैं। बता दें कि अगर कोई राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना के तहत सफेद राशन कार्ड धारक है तो अगर उनकी मासिक आय ₹15000 से अधिक है तो मुफ्त का राशन नहीं मिलेगा। वह अपात्र श्रेणी में आएंगे।
इसके अलाव जिन लोगों की वार्षिक आय पांच लाख रुपये है, उन्हें एसएफवाई श्रेणी में शामिल किया जाएगा जिस व्यक्ति के पास पीला राशन कार्ड है और उसकी वार्षिक आय ₹500000 से अधिक है तो वह भी अपात्र की श्रेणी में आएगा। अष्टमी आप का वार्षिक आय ₹500000 से अधिक हैं और आप पर राज्य खाद्य योजना का लाभ ले रहे हो आप अपना राशन कार्ड जल्द वापस करें।
राशनकार्डधारकों के राशन कार्ड सरेंडर करने की प्रक्रिया जारी है। 30 जून तक कार्ड जमा कराए जाएंगे। प्रदेश में अब तक 60 हजार से अधिक अपात्र अपने कार्ड सरेंडर करा चुके हैं। खाद्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जो भी अपात्र व्यक्ति 30 जून तक अपना राशन कार्ड वापस नहीं करता है तो उसके आगे अभियान चलाकर राशन कार्ड धारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।