हल्द्वानी: युवाओं को शिक्षा का हक देने पर नैनीताल के डीएम सविन बंसल काफी जोर देते हैं। उन्होंने पद संभालने के बाद कई विद्यार्थियों के कॉलेज में प्रवेश कराए हैं। वह लगातार जिले में शिक्षा और हेल्थ व्यवस्था को ठीक करने में जुटे हुए हैं। एक बार फिर उन्होंने अपनी इस कार्यशैली का उदाहरण दिया है। कुछ दिन पहले खलाड में डीएम सविन बंसल की अध्यक्षता में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर हुआ था। क्षेत्रवासियों ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खलाड को इण्टर काॅलेज के रूप में उच्चीकृत किये जाने की मांग की गई थी। इस मांग को गम्भीरता से लेते हुए तथा बच्चों की शिक्षा के दृष्टिगत डीएम बंसल ने विद्यालय के उच्चीकरण किये जाने के लिए सचिव विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड शासन को पत्र प्रेषित किया है।
शासन को भेजे गये पत्र में जिलाधिकारी बंसल ने कहा है कि जिले के दूरस्थ विकास खण्ड बेतलाघाट के खलाड गांव में लोगों ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खलाड के उच्चीकृत किये जाने की मांग रखी है जो कि उचित एवं आवश्यक है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि वर्ष 2006 में ग्रामसभा खलाड में स्थित राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय को उच्चीकृत किया गया था जिसमें पांग, तडी, फडीका व खलाड गांवों के 70 विद्यार्थी पढ़ते हैं किन्तु 10वीं कक्षा के बाद इन बच्चों को इण्टरमीडिएट की शिक्षा हेतु अन्य विद्यालयों राजकीय इण्टर काॅलेज सिमलखा दूरी 07 किमी राजकीय इण्टर काॅलेज रिखोली दूरी 10 किमी, राजकीय इण्टर काॅलेज ऊंचाकोट दूरी 15 किमी जाना पड़ता है, जिसके लिए इन क्षेत्रों के विद्यार्थियों को दुर्गम एवं असुरक्षित रास्ते से गुजरना होता है। विषेशकर बालिकाओं पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
सचिव विद्यालयी शिक्षा को प्रेषित पत्र में जिलाधिकारी ने उल्लेख किया है कि विद्यालय के उच्चीकरण का प्रस्ताव मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल द्वारा पूर्व में निदेशक माध्यमिक शिक्षा को प्रेषित किया गया है। विद्यालय के उच्चीकरण हेतु पे्रषित पत्र में पुरजोर संस्तुति करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि खलाड की विषम भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए यहां अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं के हितो के दृष्टिगत राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय खलाड का उच्चीकरण किया जाना युक्तिसंगत एवं उचित होने के साथ-साथ अनिवार्य भी है। जिलाधिकारी बंसल की सकारात्मक पहल से दुर्गम इलाको के वाशिदों में लोगो आशा की किरण जगी है।