Nandini Kashyap Cricketer: Uttarakhand: Dehradun:
महिला क्रिकेट का बढ़ता स्तर
पिछले 10 वर्षों में भारत में पुरुष क्रिकेट के साथ-साथ महिला क्रिकेट ने भी नई ऊंचाइयों को छुआ है। महिला क्रिकेटर्स अब अपने शानदार प्रदर्शन के कारण लोगों के बीच अपनी पहचान बना रही हैं, और यह बदलाव एक ऐसे भारत की ओर इशारा करता है, जहां पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी महत्व दिया जा रहा है।
बीसीसीआई द्वारा आयोजित टूर्नामेंट्स
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) महिला क्रिकेटर्स के टैलेंट को सामने लाने के लिए कई टूर्नामेंट्स का आयोजन करता है। इनमें से एक प्रमुख टूर्नामेंट सीनियर महिला T20 चैलेंजर ट्रॉफी है, जिसमें घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाली महिला खिलाड़ी हिस्सा लेती हैं।
नंदिनी कश्यप का बेहतरीन प्रदर्शन
इस बार क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की खिलाड़ी नंदिनी कश्यप ने सीनियर महिला T20 चैलेंजर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। नंदिनी ने टीम ई के लिए खेलते हुए पांच पारियों में 332 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से चार फिफ्टी भी निकली। उनका औसत 80 से ज्यादा का रहा। यह प्रदर्शन उनके उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करता है। नंदिनी उत्तराखंड की उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने जूनियर क्रिकेट से निकलकर सीनियर टीम में अपनी जगह बनाई है।
उत्तराखंड की क्रिकेट सफलता
उत्तराखंड की क्रिकेट टीम ने भी कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। 2021 और 2022 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की महिला अंडर-19 टीम ने वनडे टूर्नामेंट जीतकर राज्य का नाम रोशन किया। नंदिनी कश्यप का शानदार प्रदर्शन सीनियर चैलेंजर ट्रॉफी में चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर सकता है, और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जगह मिल सकती है।
राघवी बिष्ट का उत्कृष्ट प्रदर्शन
उत्तराखंड की राघवी बिष्ट ने भी भारतीय महिला क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में उन्होंने इंडिया ए टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया था, जहां वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी रहीं। राघवी और नंदिनी दोनों को भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है।
उत्तराखंड की क्रिकेट फैंस की उम्मीदें
उत्तराखंड के क्रिकेट फैंस इन दोनों खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। वे चाहते हैं कि नंदिनी और राघवी जल्द ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनें, ताकि राज्य की अन्य बेटियों को भी प्रेरणा मिले और वे भी खेलों में अपना करियर बनाने की ओर प्रेरित हों।