नई दिल्लीः जहां एक और भारत विज्ञान के क्षेत्र में सबसे आगे बढ़ता दिख रहा है। तो वहीं भारत के कुछ गांव के लोग आज भी विज्ञान से ज्यादा , ज्योतिष में विश्वास कर रहे है। भारत में लगभग हर घर में ज्योतिष के नाम पर लोगों को डराया भी जाता है, जिसके बाद ज्योतिष का ज्ञान तंत्र-मंत्र में बदल चुका है। एक खबर कुछ ऐसी ही सामने आ रही है। राजस्थान के अजमेर में जेएलएन हॉस्पिटल में एक शख्स की मौत हो गई थी। उसे एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए यहां भर्ती कराया गया था, पर मौत के कुछ दिनों बाद मृतक के परिजन अपने बेटे की आत्मा लेने हास्पिटल पहुंच गये। मृतक के घर वालों ने जेएलएन हॉस्पिटल में तांत्रिक के साथ मिलकर पूजा की। घटना शनिवार (9 मार्च) की है। परिवार वालों का कहना था कि वे अपने बेटे की आत्मा को वापस लेने के लिए आए हैं। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बरोडा गांव के लोगों ने हॉस्पिटल के पुरुष वार्ड के पास हवन भी किया। इस दौरान न तो वार्ड बॉय ने और न ही सिक्योरिटी गार्ड ने ही इन लोगों को रोका।
अन्य मरीजों ने भी इस अंधविश्वास का विरोध नहीं किया। एक परिजन ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए हम मृतक की बॉडी ले गए थे, लेकिन आत्मा हॉस्पिटल में ही रह गई। अब हम उसे लेने आए हैं। आत्मा को घर के एक कोने में रखेंगे। एक वार्ड बॉय ने कहा कि ज्यादातर लोग इस रिवाज में भरोसा नहीं करते, लेकिन तांत्रिक और ब्लैक मैजिक से डरते हैं। इसलिए ऐसा कुछ होने पर चुप रहना पसंद करते हैं। हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी इस दौरान कोई हस्तक्षेप नहीं किया।