नई दिल्ली: गुटका खाकर थूकने वालो को अब होशियार हो जाेएं। मोदी सरकार के स्वस्थ भारत के अभियान के तहत यूजीसी ने एक नए अभियान की शुरुआत की हैं। मोदी सरकार के ध्दारा चलाया गया स्वच्छता अभियान की ओर लोग जुड रहे। यूजीसी का कहना है। की सार्वजनिक जगहो पर थूकने वालो पर सरकार इस पर जरवाना भी लगा सकती हैं।
मोदी सरकार के 2014 से चले स्वच्छ भारत अभियान में लोग बढ़ चढ़ कर भाग ले रहें हैं। फिर भी लोगो के ध्दारा सार्वजनिक स्थानो पर थूकना बन्द नही किया गया।जिस प्रकार दिन प्रति दिन इस समस्या को लेंकर बात बनी हूई हैं। मोदी सरकार के ध्दारा इस स्वच्छभारत अभियान के तहत कई माहान हस्तीयो को इस का हिसा बनाया गया था। मुकेश अंबानी, अमिताभ बच्चन,सचिन तेंदुलकर,सुरेश रैना व कई मंत्री भी शामिल हैं।
यूजीसी ने हाल ही में केन्द्रीय और राज्य के विश्रयालयो से सार्वजनिक जगहो पर थूकना मना हैं। जिस के चलते सरकार ने इस मुदे को अलग से अभियान चलाने की पहल की हैं।यूसीजी का कहना है । कि स्वच्छ भारत अभियान में प्रवाधान हैं । कि सार्वजलिक जगहो पर थूकने वाले लोगों पर सरकारी एजेंसिंयां फाइन लगा सकती हैं। लेकिन प्रवाधान होने के बावजूद कुछ नहीं बदला है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के सभी विश्वद्यालयों से सार्वजनिक जगहों पर ‘थूकना मना है’ अभियान चलाने को कहा है। यूजीसी का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान में प्रावधान है कि सार्वजनिक जगहों पर थूकने वाले लोगों पर सरकारी एजेंसियां फाइन लगा सकती हैं। लेकिन प्रावधान होने के बावजूद कुछ नहीं बदला है, जिसके चलते सरकार ने इस मुद्दे पर अलग से अभियान चलाने की पहल की है।
दो साल पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने संसद में इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इस पर अभियान चलाने के लिए अलग से बजट की कोई व्यवस्था नहीं हैं, लेकिन जागरुकता के जरिए इससे रोका जा सकता है।