नई दिल्लीः बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से ही भारत-पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है। इस बात की जबरदस्त तैयारी जारी है कि आने वाले वक्त में किसी भी आतंकी साजिश की सूरत में पाकिस्तान की कमर तोड़ दी जाए। इन्हीं तैयारियों के क्रम में विश्व के सबसे खतरनाक हेलीकॉप्टरों में एक माने जाने वाले अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर पाकिस्तान की सीमा के एकदम करीब तैनात किए जा रहे हैं। इन हेलीकॉप्टरों की पहली खेप 27 जुलाई को हिंडन एयरबेस पहुंच रही है।
भारत ने 22 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर अमेरिका से खरीदे हैं। ये लड़ाकू हेलीकॉप्टर सबसे पहले पाकिस्तान से एकदम नजदीक के पठानकोट एयरबेस पर तैनात किए जाएंगे। अमेरिकी मालवाहन विमान एएन 224 के जरिए इन्हें हिंडन एयरबेस पर लाया जाएगा। विश्व में अपनी मारक क्षमता के लिए मशहूर दो सीटों वाले अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में स्ट्रिंगर मिसाइलें लैस होती हैं।
इसके साथ ही 30 एमएम की दो मशीन गन और एक टैंकरोधी हेलफायर मिसाइल प्रणाली भी लैस होती है। अपाचे में तैनात मशीन गन से एक बार में 1200 गोलियां दागी जा सकती हैं। इसमें हाइड्रा अनगाइडेड राकेट भी होता है जो जमीन के किसी भी निशाने पर अचूक प्रहार कर सकता है। यह हेलीकॉप्टर 150 नॉटिकल मील की रफ्तार से उड़ान भरने की क्षमता रखता है।
पठानकोट एयरबेस में फिलहाल भारतीय वायुसेना की 125 हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन तैनात है जो एमआई 35 हेलीकॉप्टर उड़ाती है। अब यहां पर चार लड़ाकू अपाचे तैनात किए जाएंगे। अपाचे हेलीकॉप्टरों की दूसरी खेप असम के जोरहाट में तैनात की जाएगी। साल 2020 तक भारत को सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे। इससे भारतीय वायुसेना की ताकत में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हो सकेगी।