नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा- 370 और आर्टिकल 35A के बाद पाकिस्तान तिलमिला गया है। पाकिस्तान भारत का विरोध करने के लिए तमाम देशों के सामने अपनी बात रख रहा है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है। दूसरी तरफ वो इशारों-इशारों में बॉर्डर में हलचल की बात भी बोल रहा है। भारतीय फौज के अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि अगर पाकिस्तान ने कोई नापाक हरकत करने की कोशिश की तो उसे गंभीर अंजाम भुगतने होंगे। पाकिस्तान की ओर से नकारात्मक बयानों पर भारतीय सेनाध्याक्ष बिपिन रावत ने जवाब दिया है।
मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि यदि विरोधी एलओसी के पास सक्रिय रहना चाहते हैं तो फिर यह उनका फैसला है। हर कोई एहतियातन तैनाती करता है और यह ज्यादा सोचने का विषय नहीं है। उन्होंने बताया कि जहां तक भारतीय सेना का सवाल है तो हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद घाटी में हालात पर बिपिन रावत ने कहा कि जैसा 70-80 दशक में था, हम वैसा ही चाहते हैं। हमें वहां तैनात किया गया था और हम बिना बंदूक के मिलते थे। अगर सबकुछ ठीक रहा तो हम फिर से बंदूक के बिना मिलेंगे। बता दें कि पाकिस्तान ने लद्दाख के पास स्कर्दू एयरबेस पर लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को उसने तीन सी-130 मालवाहक विमान यहां भेजे थे। इनमें लड़ाकू विमानों के उपकरण लाए गए। वहीं भारत, पाकिस्तान से लगी सीमा पर कड़ी नजर रख रहा है।