नई दिल्ली: CBI चल रही अंदरूनी लड़ाई ने पूरे देश को सकते में डाल दिया था। मामला इतना बढ़ गया कि सुप्रीम कोर्ट को इसमें हस्ताक्षेप करना पड़ा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हो गई है। पिछली सुनवाई में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने कोर्ट को 2 सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट दी थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई अगली तारीख के लिए टाल दी थी।
इस मामले में शुक्रवार को केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के बाद जस्टिस पटनायक ने भी अपनी रिपोर्ट सौंप दी। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि सीवीसी ने दस्तावेज के साथ पूर्ण रिपोर्ट सौंपी है। हालांकि रिपोर्ट के मामले में बेहद पेंचिदा हैं। कुछ और आरोपों के जांच की जरुरत है।
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मुख्य न्यायाधीश ने इस मामले में कहा कि अगर केंद्र सरकार को कोई परेशानी नहीं होगी तो हम आलोक वर्मा के वकील को रिपोर्ट की सीलबंद कॉपी देने पर विचार करेंगे। आपको सीलबंद लिफाफे में जवाब देना होगा। हालांकि कोर्ट ने अस्थाना को रिपोर्ट की कॉपी नहीं देने का आदेश दिया।
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कोर्ट ने 20 नवंबर तक के लिए अगली सुनवाई टाल दी। इससे पहले कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने 12 नवंबर को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी। CVC ने कुल 2 रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी थी।