बता दें कि बच्चे का नाम कार्तिक है। कार्तिक 4 दिन पहले छत से नीचे गिर गया था। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्चे के साथ अस्पताल में मौजूद उसकी नानी का कहना है कि बच्चा बिल्कुल सही हो गया था। इसके बाद बच्चे के पास आई एक नर्स ने उसके हाथ में इंजेक्शन लगाया था। इससे बच्चे की हालत बिगड़ गई और कुछ ही देर बाद ही उसकी मौत हो गई।
वहीं परिवारवालों का आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चे की मौत की खबर उनसे छुपाकर रखी थी। लेकिन इस बात के बारे में बच्चे की नानी को पता लग गई। इसके बाद नानी ने बच्चे को लगने वाले इंजेक्शन को अपने पास रख लिया। साथ ही इलाज की फाइल भी अपने पास रख ली। इसके बाद अस्पताल के स्टाफ ने नानी को ही चोरी के मामले में फंसाने की धमकी दी।
मामले के बाद जब इसकी जांच कर रहे अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो पहले वह कुछ भी कहने से बचते रहे। कुछ समय बाद उन्होंने कहा कि उन्हें एक शिकायत मिली है, जिसमें परिवार ने मानवता अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि बच्चे को सर्वोदय अस्पताल रेफर किया गया था जहां बच्चे की मौत हुई थी। मामले की सूचना पुलिस को मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और धारा 174 के तहत पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मामले के बाद अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया है। मृतक बच्चे के परिवार में कोहराम मच गया है।