उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी मज़दूर को अंतरराज्यीय या अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या ना हो। जो जहां हैं, वहीं से उन्हें गृह जनपद पहुंचाने की व्यवस्था करें अधिकारी। कोरोना को लेकर बनाई गई टीम-11 की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी श्रमिक को अंतरराज्यीय, अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या ना हो, यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी अपने घर सुरक्षित पहुंचे।
सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। पैदल अथवा दुपहिया वाहन से कोई भी श्रमिक ना चले। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो जहां हैं, वहीं से उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। वहां क्वारनटीन सेंटर में ले जाकर उनके चेकअप, भोजन की व्यवस्था की जाए। जो स्वस्थ हैं, उन्हें पर्याप्त खाद्यान्न देकर, जिसमें चावल, आटा, दाल, तेल आदि हो, उन्हें घर तक होम क्वारनटीन के लिए भेजें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर कामगार श्रमिक के स्किल का डाटा बनाया जाए, जिससे क्वारनटीन अवधि पूरा होने के बाद उसके अनुरूप उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। होम क्वारनटीन के दौरान प्रत्येक श्रमिक कामगार को एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की जाए।
गौरतलब है कि प्रवासी श्रमिकों कामगारों के उत्तर प्रदेश आने का सिलसिला लगातार जारी है। आज भी 55 ट्रेन के माध्यम से 75000 प्रवासी मज़दूर और 25000 लोग अन्य साधनों से उत्तर प्रदेश आएंगे। पिछले 4 दिनों में 170 ट्रेनें आई हैं, उससे करीब सवा दो लाख श्रमिक पहुंचे हैं।