राजस्थान: चूरू जिले में सुजानगढ़ तहसील में शनिवार को तब हड़कंप मच गया जब जिले में सुजानगढ़ तहसील में शनिवार को एक ही परिवार के 25 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गए। कोरोना पॉजिटिव हुए सभी लोग मृत्युभोज में शामिल हुए थे। इस खुलासे के बाद यह बात भी सामने आ गई है कि मृत्युभोज जैसे आयोजनों को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है। आपको बता दें कि मृत्युभोज कानून के तहत राजस्थान सरकार ने हाल ही यह ऐलान किया था कि एक्ट के तहत अब मृत्युभोज कराने वालों को एक साल की सजा होगी। वहीं पुलिस को सूचना नहीं दी तो सरपंच और पटवारी पर भी कार्रवाई होगी। इस संबंध में इसी माह डीआईजी ने राज्य के सभी एसपी को आदेश जारी कर इसकी सख्ती से पालन करवाने की हिदायत दी थी। फिर भी ऐसे मामले सामने आ रहे है।
चूरू जिले में शनिवार को 28 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, इनमें अकेले सुजानगढ़ से 25 लोग पाए गए हैं। वहीं एक सरदारशहर, एक चूरू तथा राजगढ़ का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सीएमएचओ डॉ भंवरलाल सर्वा ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमितओं का आंकड़ा 593 पहुंच गया है। इनमें 457 व्यक्ति रिकवर हुए हैं। अभी जिले में 133 मरीज एक्टिव है। अब तक 19 हजार 254 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।
आपको बता दे की सूचना के सामने आने के बाद और कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने के साथ ही प्रशासन एक्टिव हो गया है। पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा विभाग के अधिकारी शहर के वार्ड संख्या 30 और 35 में पहुंचे, जिसके बाद इस इलाके को कन्टेनमेन्ट जोन घोषित करते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया। नगर परिषद के कर्मचारियों ने वार्डों को सील करने के लिए बल्लियां आदि लगाई। साथ ही सभी कोरोना संक्रमितों को 3 एंबलेंस के जरिये चूरू जिला मुख्यालय स्थित कोविड केयर सेन्टर भेजा गया है।
राजस्थान में हाल ही प्रदेश में मृत्युभोज जैसे आयोजनों पर मृत्युभोज निवारण अधिनियम 1960 के तहत सख्त रवैया अपनाने की बात कही गई है, लेकिन बावजूद इसके आलम यह है कि राजस्थान ऐसे मामले आ रहे है।