दिल्ली पुलिस ने रोहित शेखर हत्याकांड का खुलासा करते हुए बुधवार को कहा कि अशांत वैवाहिक के कारण दिवंगत नेता एन.डी. तिवारी के जैविक पुत्र रोहित की पत्नी ने ही उन्हें मार डाला. पुलिस ने अपूर्वा को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने पत्रकारों को बताया, “अशांत शादी हत्या का कारण बनी. अपूर्वा ने रोहित को मारा..वह खुद को बचाने की हालत में नहीं था.” पुलिस अधिकारी ने यह बयान अपूर्वा को उसके दक्षिण दिल्ली के फ्लैट से गिरफ्तार करने के बाद दिया.
इससे पहले रंजन ने मीडिया को बताया, “वैज्ञानिक सबूतों और एफएसएल रिपोर्ट की मदद से हमने अपूर्वा को गिरफ्तार किया है. उसने अपने पति की हत्या करने की बात को स्वीकार लिया है.”अधिकारी ने कहा, “16 अप्रैल को वह रोहित के कमरे में गई, और उसने हत्या को अंजाम दिया.
बाद में उसने सबूतों को नष्ट कर दिया. पूरी घटना में एक-डेढ घंटे का वक्त लगा.” अधिकारी ने कहा कि प्रारंभ में अपूर्वा ने अपराध शाखा की टीम को भटकाने की कोशिश की. दक्षिण दिल्ली में डिफेंस कॉलोनी के निवासी, 40 वर्षीय रोहित शेखर तिवारी को उनकी मां मैक्स अस्पताल ले गई, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
पोस्टमार्टम रपट से पता चला कि शेखर की मृत्यु रात लगभग एक बजे गला घोंटने के कारण हुई. जिसके बाद मामला अपराध शाखा के पास गया. बिना विवाह के जन्मे, रोहित ने अपने दिवंगत पिता, अनुभवी राजनीतिज्ञ एन.डी. तिवारी के साथ छह साल लंबी अदालती लड़ाई लड़ी, क्योंकि उनके पिता एन.डी. तिवारी ने उन्हें अपना जैविक पुत्र स्वीकार करने से इनकार कर दिया था.
24 अप्रैल, 2014 को दिल्ली हाईकोर्ट ने रोहित तिवारी को एन. डी. तिवारी का जैविक पुत्र घोषित किया. आदेश पारित करते हुए, अदालत ने एन.डी. तिवारी के डीएनए परीक्षण की रिपोर्ट पर ध्यान दिया, जिसने साबित किया कि रोहित वास्तव में उनका बेटा था.