नई दिल्ली: आतंकवाद को पनाह देने के लिए पाकिस्तान की पूरी दुनिया के सामने पहचान है। भारत के लिए अपनी नापाक हरकत का इस्तेमाल करने वाला पाकिस्तान के एक बार फिर बिरादरी में थू-थू हो रही है। दो भारतीय वायुसेना के जवानों को पकड़ने का दावा करने वाले पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर सामने आया है। पाकिस्तान ने 27 फरवरी को दावा किया कि उसने भारत को दो वायुसेना के पायलट को पकड़ा है। एक की पहचान विंग कमांडर अभिनन्दन के रूप में हुई थी,जो शुक्रवार को भारत वापस लाए गए। वही एक अन्य पायलट की बात पाकिस्तान कर रहा था जो झूठ था। इसके अलावा इससे जुड़ी एक चौकाने वाली घटना सामने आ गई है।
पाकिस्तान की आवाम ने अपने देश के पायलट को भारतीय समझ के मार डाला। इस वाक्या के सामने आने के बाद पाकिस्तान ने किरकरी से बचने के लिए पायलट की मौत ही छिपा दी। उस परिवार को दुनिया के सामने आने से मनाकर ब्लैकआउट किया है। खबर के अनुसार कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी विमान एफ-16 के जिस विमान को भारतीय वायुसेना ने मार गिराया था, वह पाकिस्तानी कब्जे वाली जमीन पर गिरा था। पाकिस्तान ने पहले तो अपना विमान गिरने की बात को नकारते हुए दावा किया था, लेकिन बाद में भारतीय सेनाओं ने एफ-16 के मलबे की फोटो जारी की तो सच सामने आया। लेकिन अब तक एफ-16 विमान के पाकिस्तानी पायलट का क्या हुआ किसी को पता नहीं चला।
एफ-16 में पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट विंग कमांडर शहाजुद्दीन थे। जहाज टूटने के बाद वो पैराशूट की मदद से अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। वो अपनी ही सरकार के कब्जे वाली जमीन पर, लेकिन यहीं उसकी किस्मत उसका साथ छोड़ गई। पाकिस्तानी ग्रामीणों ने उसे भारतीय पायलट समझकर पीट-पीटकर मार डाला। विंग कमांडर शहाजुद्दीन के पिता वसीमुद्दीन भी पाकिस्तान वायुसेना में एयर मार्शल रह चुके हैं। वह पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 और मिराज विमानों को बखूबी उड़ा चुके हैं। इस बारे में सबसे पहले खबर विंग कमांडर शहाजुद्दीन के करीबी वकील खालिद उमर ने लंदन से दी। उमर के सोशल मीडिया के एकाउंट के मुताबिक एफ-16 विमान संभवतः लाम घाटी में जमीदोज होने से पहले ही शहाजुद्दीन पैराशूट की मदद से सुरक्षित जमीन पर लैंड कर गया था। लेकिन पाकिस्तानी विमान का मलबा देखकर भड़के पाकिस्तानियों ने उसे पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया।
उन्होंने दावा किया कि उसे बाद में अस्पताल ले जाया गया था लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। यह विंग कमांडर पाकिस्तानी वायुसेना के 19 स्क्वाड्रन से था। पाकिस्तान में इन्हें ‘शेर-दिल्स’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस स्क्वाड्रन ने भारत से हुए 1965 और 71 के युद्ध में ‘बहादुरी’ का परिचय दिया था।
वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दावा किया था कि पाकिस्तान ने दो भारतीय विमानों को मार गिराया है और दो भारतीय पायलटों को अपने कब्जे में लिया है जिसमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन शाम को मेजर जनरल गफूर ने अपना बयान बदलते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना की हिरासत में केवल एक भारतीय पायलट है।