नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मतदान से विवादित बयानों के सामने आने का क्रम जारी है। धारा 370 पर कश्मीरी नेताओं की ओर से रोजाना देशविरोधी बयान सामने आ रहे हैं। दिल्ली हाईकोर्ट में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला के लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के लिए एक जनहित याचिका दायर की गई हैं।इसी याचिका से नाराज महबूबा मुफ्ती ने विवादित ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कोर्ट में समय क्यों बर्बाद करना.. धारा 370 को हटाने के लिए बीजेपी का इंतजार करें। ये खुद ही हमें चुनाव लड़ने से रोक देगा क्योंकि भारतीय संविधान अब जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं होगा। ना समझोगे तो मिट जाओगे ये हिंदुस्तान वालों। तुम्हारी दास्तां तक भी ना होगी दास्तानों में।’
महबूबा मुफ्ती को भारत के पूर्व क्रिकेटर और भाजपा नेता गौतम गंभीर ने जोरदार जवाब दिया। वैसे भी गंभीर बिना डरे बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए विख्यात है। गंभीर ने महबूबा को जवाब देने हुए लिखा कि
‘यह भारत है और आपके जैसा धब्बा नहीं है जो गायब हो जाएगा।’ इसके बाद महबूबा ने गंभीर के क्रिकेट करियर पर सवाल खड़े करते हुए लिखा, ‘उम्मीद करती हूं कि भाजपा में आपकी राजनीतिक पारी आपके क्रिकेट कॅरियर की तरह बहुत खराब ना रहे।’गंभीर ने भी जवाब दिया, ‘ओह तो आपने मेरे ट्विटर हैंडल को अनब्लॉक कर दिया। आपको मेरे ट्वीट का जवाब देने के लिए 10 घंटे लगे और इस तरह की नीरस तुलना की। इतने धीमे। यह आपके व्यक्तित्व में गहराई की कमी दिखाता है। कोई हैरानी नहीं कि आप लोग हाथ में मुद्दों को हल करने के लिए संघर्ष किया है।’
इसके बाद मुफ्ती ने गंभीर पर तीखा वार करते हुए ट्वीट किया, ”मुझे आपके मानसिक स्वास्थ्य की फ्रिक है। ट्रोलिंग करने वाले लोगों के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन इसका स्तर काफी खराब है। मैंने सोचा कि ज्यादातर लोग रात में सोते हैं। आप कश्मीर के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। यहां पर अब आपको ब्लॉक कर रही हूं , आप 2 रुपये प्रति ट्वीट के हिसाब से कहीं और ट्रोलिंग कर सकते हैं।’