नई दिल्ली: पिता जो करते हैं घर के बाहर मेरे लिए अरुण जेटली ने किया। मैने आज अपने अंग का कोई हिस्सा खो दिया है। ये शब्द है गौतम गंभीर के। गंभीर ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद ट्विटर पर एक भावुक संदेश पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने अरुण जेटली की तुलना पिता से की। भारत के पूर्व मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को एम्स में अंतिम सांस ली। अरुण जेटली लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद राजनीति जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। कुछ दिन पहले जेटली से मिलने पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृहमंत्री अमित शाह भी एम्स मिलने पहुंचे थे।
राजनीति के अलावा अरुण जेटली क्रिकेट से भी जुड़े रहे थे। साल 1999 और 2013 तक वो दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे थे। ये वहीं दौर है जब दिल्ली ने भारत को वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और अमित मिश्रा जैसे चेहरे भारत को दिए थे। क्रिकेट में उनकी मौजूदगी और राजनीति में उनके अनुभव ने भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को खिलाड़ी से राजनेता तक का सफर भी तय करवाया। गौतम गंभीर को बीजेपी में शामिल करने में अरुण जेटली का काफी बड़ा हाथ है।
लोकसभा चुनाव से पहले गौतम गंभीर ने भाजपा की सदस्यता ली थी तब जेटली भी वहां मौजूद थे। गौतम गंभीर को अरुण जेटली के काफी करीबी माना जाता है। चुनाव के दौरान गंभीर जेटली के लिए प्रचार करते भी नजर आए थे। अरुण जेटली के ऊपर जब DDCA में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए तब गौतम गंभीर ने उनके समर्थन में उतर आए थे। उन्होंने लिखा था, ‘जेटली जी पर भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं। जेटली जी वही इंसान हैं जिन्होंने टैक्स देने वालों के पैसे के बिना दिल्ली को स्टेडियम दिलाया’। उनकी मृत्यु के बाद गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया पर भावुक संदेश लिखा।
यह है गंभीर का भावुक पोस्ट
गौतम गंभीर ने ट्वीटर पर लिखा, ‘पिता आपको बोलना सिखाता है, पर आपके जीवन में जो इंसान पिता समान होता है वह आपको बात करना सिखाता है। पिता आपको चलना सिखाता है, लेकिन पिता समान इंसान आपको मार्च करना सिखाता है.।पिता आपको नाम देता है लेकिन लेकिन पिता समान शख्स आपको आपकी पहचान देता है। मेरे पिता समान अरुण जेटली जी के साथ आज मेरा एक हिस्सा भी चला गया है।आरआईपी सर’.