नई दिल्ली: चीन की नजर भारतीय जमीन पर है। वह पहले भारत को अपना साथी करार देता है और फिर उसके साथ छल करता है। यह खुद चीन का इतिहास कहता है। एक बार फिर वह अपने इतिहास के उन काले पन्नों को पलट रहा है जिसने पूरी दुनिया में उसकी थू-थू की है। साल 1962 में उसने जो भारत के साथ किया था, उसके बाद उसका चरित्र दुनिया ने देखा और सभी सतर्क हो गए है।
लद्दाख की गलवान वैली में भारत-चीन के बीच हालात नाजुक स्थिति में पहुंच गए है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत ने 20 जवाब खो दिए। पूरा देश आक्रोश में है और चीन को किसी ना किसी तरह से सबक सिखाना चाहता है। देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वालों वीर जवानों के नाम सरकार द्वारा सार्वजनिक कर दिए गए हैं।
एक शहीद 12 बिहार रेजिमेंट और बाकी शहीद 16 बिहार रेजिमेंट के हैं। शहीद कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू भी 16 बिहार रेजिमेंट से थे।
किस रेजिमेंट से कितने शहीद
- 16 बिहार रेजिमेंट: 12 शहीद
- 3 पंजाब रेजिमेंट: 3 शहीद
- 3 मीडियम रेजिमेंट: 2 शहीद
- 12 बिहार रेजिमेंट: 1 शहीद
- 81 माउंट बिग्रेड सिग्नल कंपनी: 1 शहीद
- 81 फील्ड रेजिमेंट: 1 शहीद
16 बिहार रेजिमेंट: 12 शहीद
- सिपाही कुंदन कुमार – सहरसा, बिहार
- सिपाही अमन कुमार – समस्तीपुर, बिहार
- दीपक कुमार – रीवा, मध्यप्रदेश
- सिपाही चंदन कुमार – भोजपुर, बिहार
- सिपाही गणेश कुंजाम – सिंहभूम, पश्चिम बंगाल
- सिपाही गणेश राम – कांकेर, छत्तीसगढ़
- सिपाही केके ओझा – साहिबगंज, झारखंड
- सिपाही राजेश ओरांव – बीरभूम, पश्चिम बंगाल
- सिपाही सीके प्रधान – कंधमाल, ओडिशा
- नायब सूबेदार नंदूराम – मयूरभंज, ओडिशा
- हवलदार सुनील कुमार- पटना, बिहार
- कर्नल बी. संतोष बाबू – हैदराबाद, तेलंगाना
3 पंजाब रेजिमेंट: 3 शहीद
- सिपाही गुरतेज सिंह – मनसा, पंजाब
- सिपाही अंकुश – हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
- सिपाही गुरविंदर सिंह – संगरूर, पंजाब
3 मीडियम रेजिमेंट: 2 शहीद
- नायब सूबेदार सतनाम सिंह – गुरदासपुर, पंजाब
- नायब सूबेदार मनदीप सिंह – पटियाला, पंजाब
12 बिहार रेजिमेंट: 1 शहीद
- सिपाही जयकिशोर सिंह – वैशाली, बिहार
81 माउंट बिग्रेड सिग्नल कंपनी: 1 शहीद
- हवलदार बिपुल रॉय – मेरठ, उत्तरप्रदेश
81 फील्ड रेजिमेंट: 1 शहीद
- हवलदार के. पालानी – मदुरै, तमिलनाडु