नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की हलचल गर्मी की तरह तेज हो रही है। सत्ता पर काबित सरकार को चारों ओर से घेरना का प्रयास विपक्ष द्वारा किया जा रहा है। कई आरोप लगाए जा रहे हैं। इन सभी में चुनाव आयोग के पास कोई ना कोई दल अपने विरोधी की शिकायत लेकर पहुंच रहा है। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह पर कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाए हैं और वो चुनाव आयोग पहुंच गई है। पार्टी ने अपनी शिकायत में कहा है कि शाह ने नामांकन के दौरान कई अहम जानकारियां छिपाई हैं। इसके अलावा कांग्रेस की मांग है कि अमित शाह को गांधीनगर से चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया जाए। कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि शाह ने नामांकन पत्र में गांधीनगर के एक प्लॉट की कीमत कम दिखाने का आरोप लगाते हुए उठाया है।
कांग्रेस के उम्मीदवार सी जे चावड़ा ने शाह को अयोग्य ठहराने की मांग की है। हालांकि जिला चुनाव अधिकारी एस के लांगा ने चावड़ा की अर्जी को पूर्ण रूप से खारिज कर दिया है। सी जे चावड़ा ने शुक्रवार को अमित शाह द्वारा नामंकन में दी गई जानकारियों पर सवाल उठाए थे।
सी जे चावड़ा ने कहा था कि राज्यसभा चुनाव लड़ते हुए शाह ने घोषित किया था कि अपने बेटे की कंपनी के लिए उन्होंने अपनी संपत्ति को गिरवी रख 25 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। इसका जिक्र हलफनामे में नहीं है। कांग्रेस के आरोपो को निराधर बताते हुए भाजपा के प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि विपक्षी पार्टी और उसके उम्मीदवार शाह की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। पांड्या ने कहा कि कांग्रेस जांच किए बिना आपत्ति जता रही है, जबकि ऋण चुका दिया गया है और गिरवी रखी संपत्ति को वापस ले लिया गया है।
फिलहाल ये सभी बातें चुनाव में होना आम बात है। अपने विरोधी प्रत्याशी को विवाद में रखने और चुनाव प्रचार का वक्त बर्बाद करने के लिए राजनीतिक इस तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं।