नई दिल्लीः ये मोदी राज में सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए आतंकियों की वो संख्या है जो पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा देगी। ये एक मैसेज है उन नौजवानों के लिए पाकिस्तान के बहकावे में आकर हथियार उठा लेते हैं।
मोदी सरकार की सोच एकदम साफ है। बंदूक उठाने वाले कोई भी हाथ छोड़े नही जाएंगे और उन्हें बहकाने वाले भी कहीं के नही रहेंगे। मोदी के शासनकाल में अब तक कुल 963 आतंकी ढ़ेर किए जा चुके हैं। इनमें कई कुख्यात आतंकी भी शामिल हैं जो कश्मीर के भीतर युवाओं को भर्ती करने का नेटवर्क चलाते थे।
बुरहान वानी से लेकर जाकिर मूसा तक ऐसे आतंकियों को नेस्तनाबूद करने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी सिलसिले का असर है कि घुसपैठ की घटनाओं में भी काफी कमी आई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल घुसपैठ की घटनाएं 43 फीसदी कम हो चुकी हैं। कश्मीर के शोपियां, अनंतनाग और बड़गांव में हाल ही में हुए ऑपरेशन में इस आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ दी गई है।
उधर बालाकोट हमले के बाद से पाकिस्तान भी सदमे में है। ऐसे में आतंकियों को सीमापार से भी मदद नही मिल पा रही है। उनकी फंडिंग के सारे रास्ते भी चोक कर दिए गए हैं जिसके चलते आतंकियों के लिए घाटी में टिकना बेहद मुश्किल हो रहा है।
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