नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद आतंकियों को सबक सिखाने के लिए भारत ने आरपार की लड़ाई छेड़ दी है। इस लड़ाई की शुरुआत भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को शुरू की। भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर पुलवामा हमले में शामिल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह किया। भारत की इस कार्रवाई में 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आई है। भारतीय सेना की यह कार्रवाई करीब 21 मिनट तक चली। वायुसेना के इस एक्शन को पूरा देश पुलवामा हमले के बदले के रूप में देख रहा है। पूरा देश खुश है कि भारत ने आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। यह कार्रवाई मंगलवार सुबह 3 बजे के करीब की गई। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भारत ने 40 से ज्यादा सैनिक शहीद हुए थे।
इस क्रम में एक रोचक खबर सामने आ रही है। इस स्ट्राइक के दौरान एक सैनिक के घर पर किलकारी गूंजी और परिवार ने उसका नाम मिराज सिंह रख दिया है। जीं हां बच्चे का नाम फाइटर प्लेन के नाम पर रखा गया है। दरअसल भारतीय सेना ने मिराज 2000 की मदद से ही आतंकियों के ठिकानों में करीब 1000 किलों बम बरसाए थे।
नागौर जिले के डाबड़ा गांव के मूल निवासी महावीर सिंह की पत्नी सोनम को प्रसव पीड़ा के बाद कुचामन के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उन्होंने मंगलवार को तीन बजकर 50 मिनट पर एक लड़के को जन्म दिया। परिवार ने इस बालक का नाम मिराज सिंह राठौड़ रखा। बता दें कि मिराज के बड़े ताऊ भूपेंद्र सिंह एयरफोर्स में हैं और नैनीताल एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात हैं। वहीं, मिराज के एक और ताऊ एसएस राठौड़ भी भारतीय सेना के सेवानिवृत्त जवान हैं। नैनीताल में तैनात भूपेंद्र सिंह को मंगलवार सुबह जब बड़े पापा बनने की खबर मिली तो उन्होंने बच्चे का नाम लड़ाकू विमान मिराज-2000 पर रखने को कहा, जिसने पाकिस्तान में सुबह एयर स्ट्राइक की।