नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान का विरोध पूरे भारत में जारी है। आतंक का गढ़ कहे जाने वाले इस देश को भारत पूरी तरह से अलग थलग करने में जुटा हुआ है। खेल भी इसमें शामिल है। टीम इंडिया को इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला खेलना है। फैंस चाहते है कि टीम इंडिया मैच ना खेले।
वहीं बीसीसीआई ने भी पूरा फैसला सरकार के ऊपर छोड़ दिया है। इसके अलावा एक बड़ा फैसला लिया गया है। सीओए और बीसीसीआई के बीच 22 फरवरी को हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि आईपीएल के सीजन-12 ओपनिंग सेरेमनी का कार्यक्रम नहीं होगा और इस सेरेमनी की बचत का पैसा शहीद जवानों के परिवारों को डोनेट किया जाएगा। जहां तक आईपीएल की बात है तो इसकी शुरुआत 23 मार्च से होगी। पहला मुकाबला चेन्नै सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा।
बता दें कि 14 फरवरी को श्रीनगर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए एक आत्माघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से देश में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को लेकर काफी गुस्सा है। इसके अलावा सौरव गांगुली और हरभजन सिंह समेत देश के कई दिग्गज खिलाड़ियों की ये राय थी कि भारत को किसी भी तरह से पाकिस्तान के साथ रिश्ते नहीं रखना चाहिए और विश्वकप में पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए। इसको लेकर आला अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर जारी था, जिसमें ये फैसला लिया गया है।
सीओए के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि सरकार जो भी फैसला लेगी, बीसीसीआई उसे ही मानेगी। इस मामले पर कोई भी फैसला सरकार के साथ बातचीत के बाद ही होगा। राय ने कहा कि विश्व कप में अभी तीन माह का समय बचा हुआ है और फिलहाल यही फैसला लिया गया है कि आईसीसी के सामने हम पाकिस्तान के जुड़ी अपनी चिंताएं बताएंगे।