नई दिल्ली: पंजाब के आम आदमी पार्टी के विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे एचएस फुल्का ने बड़ा विवादित बयान दिया है। उन्होंने अमृतसर में निरंकारी समागम में हुए आतंकी हमले के लिए सेनाध्यक्ष को जिम्मेदार बता दिया है। फुल्का ने कहा कि हो सकता है कि सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने अपनी ही बात को सही साबित करने के लिए ये ग्रेनेड हमला कराया हो। बता दें कि फुल्का यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, अमृतसर हादसे के पीछे सरकार का हाथ हो सकता है।फुल्का ने कहा, पंजाब में पहले भी सरकारें ही हमले कराती रही हैं। उन्होंने साफ-साफ अमृतसर हमलों के पीछे सेना को ही दोषी बता दिया है। उन्होंने कहा, कुछ दिन पहले सेनाध्यक्ष ने पंजाब में अशांति और हमले की बात कही थी। हो सकता है कि उन्होंने अपनी ही बात सही साबित करने के लिए ये हमला कराया हो। फुल्का के बयान के बाद इस पर विवाद भी शुरू हो गया है। बीजेपी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। तो वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, वह ये भी बताएं किस सरकार ने कराया हमला।
बता दें कि अमृतसर में रविवार को धार्मिक सभा में एक ग्रेनेड फेंका गया। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गये हैं। जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। एक खुफिया सूचना में दावा किया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद के छह से सात आतंकवादियों का एक समूह राज्य में, खासतौर से फिरोजपुर में मौजूद है। इस सूचना के बाद से पंजाब अलर्ट पर है।
सरकार और पुलिस मान रही है आतंकी वारदात
पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने कहा कि इसमें आतंक का एक पहलू दिख रहा है, क्योंकि ये एक समूह (लोगों) के खिलाफ है, ना कि किसी एक व्यक्ति के। लोगों के समूह पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर पर लेंगे।