टिहरी: भारत माता पर सर्वस्व न्यौछावर करने तथा जान की बाजी लगाकर भी मां भारती की रक्षा करने की शपथ लेकर देश के कई नौजवान अफसर बनकर भारतीय सेना में शामिल हो गए। वहीं टिहरी के मगरौं गांव के रहने वाले नवीन भट्ट ने भी शनिवार को आईएमए देहरादून में हुई पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया और वह अब सेना में अफसर बन गए।पिता को खोने के बावजूद जिस तरह नवीन ने अपने बुलंद हौसलों, कड़ी मेहनत एवं लगन के बलबूते यह मुकाम हासिल किया वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। नवीन की इस उपलब्धि से जहां उनके पैतृक गांव सहित पूरे परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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जानकारी के अनुसार टीएचडीसी में कार्यरत पिता स्वर्गीय रतनमणि भट्ट के अकस्मात देहांत के बाद एक बार तो नवीन पूरी तरह टूट गए थे। छोटी सी उम्र में पिता को खोने के ग़म ने उन्हें पूरी तरह दुखी कर दिया था, परंतु जल्द ही वह इस विपरित परिस्थितियों से उमड़े और पिता के सपने को पूरा करने का निश्चय करते हुए सेना में जाने की तैयारी शुरू कर दी।
मूल रूप से राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के मगरौं गांव निवासी नवीन भट्ट आज आईएमए देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान भारतीय सेना में अफसर बन गए है। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई विन फील्ड एकेडमी से की। बाद में संत कबीर एकेडमी, हर्रावाला से इंटर की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद नवीन कंपटीशन की तैयारी करने लगे।
सेना में अफसर बनने के लिए दिन-रात पढ़ाई की। इस पढ़ाई का सफल नतीजा रहा कि उनकी सफलता हासिल हुई। नवीन बताते हैं कि पिता के देहांत के बाद उनके परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन इस मुश्किल वक्त में उन्होंने कभी हार नहीं मानी बल्कि इसने उन्हें और अधिक मजबूत किया।
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